♠”पंजाब की यह त्रासदी सिर्फ उनका नहीं, बल्कि पूरे मुल्क का दर्द है। हमें इंसानियत के नाते उनकी मदद करना चाहिए। “ मौलाना अरशद मदनी, सदर, जमीयत उलेमा-ए-हिंद।
♦जिला नैनीताल की लॉबी ने भी किया समर्थन
नैनीताल हल्द्वानी, हिंदी न्यूज़ देश इन दिनों एक भयंकर आपदा से जूझ रहा है। पंजाब में आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है 1,900 से अधिक गाँव जलमग्न हैं, 43 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग बेघर होकर खुले आसमान तले जिंदगी गुज़ारने को मजबूर हैं। खेत-खलिहान डूब चुके हैं, किसानों की सालभर की मेहनत पानी में बह गई है। ऐसे मुश्किल वक्त में ज़रूरत है हाथ बढ़ाने की, सहारा बनने की।
इसी कड़ी में जमीयत उलेमा-ए-हिंद (मौलाना अरशद मदनी) प्रदेश उत्तराखंड ने पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद और राहत सामग्री देने का बड़ा ऐलान किया है। यह केवल मदद नहीं, बल्कि इंसानियत की सेवा और तास्सुब से परे एक मिसाल है।
♠”यह वक्त सिर्फ देखने का नहीं, बल्कि हाथ बढ़ाने का है। बाढ़ पीड़ितों की मदद ही हमारे लिए सबसे बड़ा इंसानी फर्ज़ है।”
मौलाना मुकीम क़ासमी, ज़िला अध्यक्ष, जमीयत उलेमा नैनीताल।
जमीयत की इस मुहिम को जिला नैनीताल के जिम्मेदारों ने भी पूरी तरह समर्थन दिया है। मौलाना मुकीम क़ासमी साहब (जिला सदर, नैनीताल) ने कहा “पंजाब और उत्तराखंड की यह त्रासदी सिर्फ उनका नहीं, बल्कि पूरे मुल्क का दर्द है। हमें उनकी मदद करनी चाहिए। यह इंसानियत का तकाज़ा है कि हम अपने भाइयों और बहनों के लिए राहत और दुआ दोनों पहुंचाएँ।”
मौलाना मुकीम के साथ-साथ मौलाना क़ासिम (जिला सेक्रेट्री), मौलाना आसिम (शहर सदर, हल्द्वानी), मुफ्ती लुकमान (सेक्रेट्री, हल्द्वानी), मुफ्ती अजमल (सदर, नैनीताल), मुफ्ती फ़ौज़न (सेक्रेट्री, नैनीताल), मौलाना अब्दुल कुदूस (सदर, रामनगर), मौलाना कमर (सेक्रेट्री, रामनगर), मुफ्ती गुफ़रान (सदर, बरहनी) और कारी फ़िरासत (सेक्रेट्री, कालाढूंगी) ने भी लोगों से अपील की कि वे इस राहत मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
जमीयत उलेमा हिंद ने जिलेभर के लोगों से कहा है कि वे पंजाब बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने याद दिलाया कि जब भी किसी आपदा के वक्त जमीयत ने अपील की, तो आम जनता ने खुले दिल से मदद की। इस बार भी भरोसा है कि लोग दिल खोलकर राहत सामग्री और आर्थिक मदद देंगे।मौलाना मुकीम ने आगे कहा कि”आज जरूरत है कि हम सिर्फ दर्शक न बने रहें, बल्कि उनके लिए हाथ बढ़ाएँ, उनकी आहट सुनें और उनके जख्मों पर मरहम बनें।
मौलाना ने कहा कि पंजाब के साथ-साथ उत्तराखंड के उत्तरकाशी और चमोली जिलों में भी बाढ़ और आपदा ने तबाही मचाई है। ऐसे हालात में राहत सामग्री और मदद पहुँचाना हम सबका फर्ज़ है। उन्होंने उम्मीद जताई कि हल्द्वानी, नैनीताल, रामनगर, कालाढूंगी ही नहीं, बल्कि पूरे सूबे से लोग इस नेक काम में शामिल होंगे। यह सिर्फ राहत राशि नहीं, बल्कि एक संदेश है कि जब भी देश का कोई कोना संकट में हो, तो पूरा मुल्क एकजुट होकर उसके साथ खड़ा हो।