मतलुब अहमद
उत्तर प्रदेश। रामपुर रेलवे ट्रैक पर खंभा रखने की घटना के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों, सन्नी और विजेंद्र, को गिरफ्तार कर लिया है। घटना बिलासपुर तहसील क्षेत्र की है, जहां 18-19 सितंबर की रात को दोनों आरोपियों ने रेलवे ट्रैक पर एक लोहे का खंभा रख दिया था, जिससे देहरादून से काठगोदाम जाने वाली नैनी दून जन शताब्दी ट्रेन पलटने से बाल-बाल बची थी । बिलासपुर में ट्रेन को पलटाने का प्रयास करने वाले दो आरोपियों को जीआरपी ने गिरफ्तार कर लिया।
रविवार को घटना का खुलासा करते हुए जीआरपी के इंचार्ज मुकेश कुमार ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी खंभे को चुराकर ले जा रहे थे। इस बीच ट्रेन को आता देखकर वह घबरा गए और खंभे को ट्रैक पर फेंक कर भाग गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।
बताते चले की बुधवार की रात बिलासपुर तहसील क्षेत्र में कुछ लोगों ने रेलवे ट्रैक पर लोहे का खंभा रख दिया था। इसी ट्रैक से रात साढ़े नौ बजे देहरादून से काठगोदाम जाने वाली नैनी दून जन शताब्दी ट्रेन गुजर रही थी। लेकिन समय रहते लोको पायलट ने ट्रैक पर रखे खंभे को देख लिया था। उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया था। ट्रेन पलटाने की कोशिश से विभाग में हड़कंप मच गया था। एसपी व रेलवे के अन्य अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया था। एसपी रेलवे ने इस घटना का खुलासा करने के लिए जीआरपी थाने की कई टीमें लगा दी थीं। रविवार को जीआरपी एसओ मुकेश कुमार ने इस घटना का खुलासा कर दिया।
उन्होंने बताया कि बिलासपुर की सौढ़ी कालोनी निवासी सन्नी और विजेंद्र को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उन्होंने घटना स्वीकार कर ली। सन्नी पर रुद्रपुर और बिलपासपुर थाने में चोरी और लूटपाट के 16 मुकदमे दर्ज हैं। जबकि विजेंद्र पर दो मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी नशेड़ी हैं। नशे की लत के कारण लूट व चोरी करते हैं। 18-19 सितंबर की रात को दोनों रेलवे के पुराने लोहे के खंभे को चुराकर ले जा रहे थे। तभी ट्रेन आ गई। यह देख वह लोहे के खंभे को ट्रैक पर फेंक कर भाग गए।
बिलासपुर रेलवे ट्रैक पर खंभा रखने की जानकारी मिलते ही अधिकारियों ने रात में ही रामपुर में डेरा डाल दिया था। इसके बाद जीआरपी ने संदिग्धों को पकड़कर पूछताछ शुरू कर दी थी। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली गई। इसमें आरपीएफ ने भी पूरा सहयोग किया। इस दौरान सीओ रेलवे लगातार रामपुर सम्पर्क मे रहे। जबकि एसपी रेलवे भी घटना के बाद से रामपुर मैं डेरा जमाए हुए थे।
एसपी रेलवे ने आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली रामपुर और रुद्रपुर की जीआरपी को 10 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की