मतलुब अहमद
हल्द्वानी: न्यायिक कार्यवाहियों को प्रभावी बनाने और अभियोजन की प्रक्रिया में तेजी लाने के उद्देश्य से एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चंद्र की अध्यक्षता में कोतवाली मीटिंग हॉल में एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें जिले के अभियोजन कार्यालय, थानों में तैनात कोर्ट मुहर्रिर, पैरोकार, डाक मुंशी, थाना प्रभारी और विवेचक शामिल हुए। विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गईं
बैठक में उपस्थित विशेषज्ञों ने न्यायिक प्रक्रिया और अभियोजन की प्रभाविकता को बढ़ाने के लिए अहम सुझाव दिए। इनमें शामिल थे:
हीरा सिंह राणा (संयुक्त निदेशक विधि, नैनीताल)हरि विनोद जोशी (सेवानिवृत्त, संयुक्त निदेशक विधि, उत्तराखंड)प्रमोद कुमार शाह (सीओ नैनीताल)नितिन लोहनी (सीओ हल्द्वानी) सुनीता भट्ट (अभियोजन अधिकारी, हल्द्वानी) सुशील कुमार शर्मा (जिला शासकीय अधिवक्ता, क्राइम)
एसपी सिटी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को न्यायिक कार्यों की दक्षता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित निर्देश दिए:
कॉग लिस्ट और पैरवी रजिस्टर का नियमित मेंटेनेंस करें,गंभीर अपराधों के लिए अलग से रजिस्टर बनाए जाएं, गवाहों के सम्मन समय से संबंधित अदालतों में दाखिल किए जाएं,
जेल में निरुद्ध अभियुक्तों के 60 और 90 दिनों के भीतर आरोप पत्र दाखिल करना सुनिश्चित किया जाए,एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तारी की सूचना 72 घंटे के भीतर उच्चाधिकारियों को दी जाए,बरामद मादक पदार्थों का सुरक्षित भंडारण और मलखाना रजिस्टर में सही एंट्री की जाए,गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियोगों में गैंग चार्ट और अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास स्पष्ट रूप से अंकित हो।
बैठक में हरि विनोद जोशी ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 42, 50, 55, 57, 27 और 29 की विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा, एनडीपीएस और गैंगस्टर मामलों में शपथ पत्र दाखिल करने और समयबद्धता पर जोर दिया गया।
बैठक में हल्द्वानी, रामनगर और लालकुआं सर्कल के थाना प्रभारी, अभियोजन कार्यालय के अधिकारी, कोर्ट मुहर्रिर, पैरोकार, डाक मुंशी और विवेचक मौजूद रहे।
यह पहल न्यायिक प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।म है।