रामनगर,हिंदी न्यूज़ ।रामनगर क्षेत्र के छोई और बैल पड़ाव में हाल ही में घटित मोब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर पूरे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने इसे प्रदेश के सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था पर सीधा हमला बताया है। सोमवार को विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और नैनीताल के जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी,हेट स्पीच के जरिए माहौल बिगाड़ने वाले भाजपा नेता मदन जोशी पर कानूनी कार्रवाई,घायल नासिर को 10 लाख रुपये का मुआवजा,और असामाजिक तत्वों द्वारा आईडी व वाहनों की जांच पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि 28 अक्टूबर तक मांगे पूरी नहीं की गईं, तो 29 अक्टूबर को एसडीएम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। ज्ञापन में बताया गया कि 23 अक्टूबर को बरेली से बड़े का मीट लेकर दो वाहन वैध रूप से रामनगर की ओर आ रहे थे।इनमें से एक वाहन को छोई गांव के पास भाजपा से जुड़े कुछ असामाजिक तत्वों ने रोक लिया।वाहन चालक नासिर पर धारदार हथियारों और लोहे की रॉड से जानलेवा हमला किया गया।हमले में नासिर गंभीर रूप से घायल हुआ। इस मामले में रामनगर कोतवाली में मुकदमा 0361 भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 व 190 के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें 5 नामजद आरोपी और अन्य अज्ञात हैं।
दिन दूसरी घटना बैल पड़ाव चौकी में घटी,जहां भाजपा से जुड़े असामाजिक तत्व हथियार और पत्थर लेकर पुलिस चौकी के अंदर घुस गएऔर चालक को मारने का प्रयास किया। पुलिस ने किसी तरह चालक की जान बचाई, परंतु वाहन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस घटना में कालादूंगी थाने में मुकदमा 0117,धारा 109, 190, 191(2), 191(3) व 324(4) में 14 नामजद सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
संगठनों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि चार दिन बीत जाने के बाद भी किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया,जबकि भारतीय न्याय संहिता में ऐसे अपराधों में तत्काल गिरफ्तारी का प्रावधान है। प्रतिनिधियों ने कहा कि भाजपा से जुड़े कुछ तत्वों द्वारा गैरकानूनी तरीके से जगह-जगह आईडी व वाहन जांच की घटनाएं बढ़ रही हैं,जो कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती हैं। उन्होंने कहा कि “किसी भी नागरिक से पूछताछ या वाहन जांच का अधिकार केवल पुलिस प्रशासन को है,किसी संगठन या व्यक्ति को नहीं।
बैठक में समाजवादी लोक मंच के प्रमुख सदस्य जीशान कुरैशी ने कहा कि “छोई और बैल पड़ाव की घटनाएं राज्य के सामाजिक ताने-बाने पर हमला हैं।यह सिर्फ नासिर पर हमला नहीं, बल्कि इंसाफ और इंसानियत पर हमला है।यदि प्रशासन चुप बैठा रहा तो यह नफरत फैलाने वाले तत्वों को खुली छूट देने जैसा होगा। उन्होंने मांग की कि सरकार सभी आरोपियों को गिरफ्तार करे और घायल नासिर को उचित आर्थिक सहायता प्रदान करे।
और वही मोहम्मद नबी अंसारी ने कहा कि रामनगर जैसे शांत क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। हमने हमेशा सौहार्द की मिसाल पेश की है, लेकिन अब धैर्य की परीक्षा हो रही है।जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, यह संघर्ष जारी रहेगा।”
बैठक में समाजवादी लोक मंच के संयोजक मुनीष कुमार, गिरीश चंद्र, जीशान कुरैशी, मोहम्मद नबी अंसारी,शोएब कुरैशी, चांद खान, अरबाज खान, आदिल खान, मनोहर सिद्दीकी, अनस,शकीर सिद्दीकी, अनीस सिद्दीकी, दानिश सिद्दीकी, तालिब, फैजान, आकिब सैफी,नदीम कुरैशी, समीर खान, नूरजहां पत्नी नासिर, आतिफ खान,वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के मौ,अशरफ,आइसा के सुमित कुमार,इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित रुहेला,किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती,पछास के रवि,महिला एकता मंच की कौशल्या,और प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिंबाल समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
“न्याय न मिला तो सड़कों पर उतरेंगे” संगठनों की चेतावनी संगठनों ने कहा कि यदि 28 अक्टूबर तक कोई कार्रवाई नहीं हुई,तो 29 अक्टूबर को एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।“हम चाहते हैं कि प्रदेश में शांति और भाईचारा कायम रहे,लेकिन अगर न्याय नहीं मिला तो यह संघर्ष सड़कों तक जाएगा।”
