मतलुब अहमद
रामनगर। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी ने केंद्र व राज्य सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि देश की जनता को सांप्रदायिक व धार्मिक आधार पर सामाजिक बटवारा करना बंद करें । हिंदू व मुस्लिम को अपनी कुर्सी के लिए उन्हें आपस में न बांटे धर्म के बजाय गरीबी व देश की भलाई के लिए काम करने चाहिए ।
अपनी बात को आगे बढ़ते हुए महासचिव प्रभात ध्यानी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी केंद्र की मोदी सरकार उत्तर प्रदेश की योगी वह उत्तराखंड की धामी सरकार की विभाजनकारी नीतियों के कारण देश को 1947 के दौर में ले जाने की कोशिश की जा रही है ।
उन्होंने देश की जनता सामाजिक राजनीतिक जन संगठनों से अपील की की केंद्र एवं राज्य की भाजपा नेतृत्व वाली सरकारों की विभाजनकारी और असंवैधानिक नीतियों का एकजुट होकर विरोध करें ।
और उन्होंने जन कवि अदम गोडवी की कविता के द्वारा हिंदू मुस्लिम एकता का संदेश दिया ।
हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये
अपनी कुरसी के लिए जज्बात को मत छेड़िये
छेड़िये इक जंग, मिल-जुल कर गरीबी के ख़िलाफ़
दोस्त, मेरे मजहबी नग्मात को मत छेड़िये
हममें कोई हूण, कोई शक, कोई मंगोल है
दफ़्न है जो बात, अब उस बात को मत छेड़िये
ग़र ग़लतियाँ बाबर की थीं; जुम्मन का घर फिर क्यों जले
ऐसे नाजुक वक्त में हालात को मत छेड़िये
हैं कहाँ हिटलर, हलाकू, जार या चंगेज़ ख़ाँ
मिट गये सब, क़ौम की औक़ात को मत छेड़िये
छेड़िये इक जंग, मिल-जुल कर गरीबी के ख़िलाफ़
दोस्त, मेरे मजहबी नग्मात को मत छेड़िये
जन कवि अदम गोंडवी