रिपोर्ट मतलुब अहमद
हल्द्वानी फतेहपुर। पहाड़ों में हो रही लगातार वर्षा के कारण बरसाती नाले के बहाव में फतेहपुर ग्राम गुजरौडा क्षेत्र में बावन डाट के पास रपटे के तेज बहाव में बहने से युवक की मौत हो गई।
घटना की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई और तहसीलदार सचिन कुमार मौके पर पहुंचकर युवक की खोजबीन शुरू की। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज मंगलवार को मुखानी थाना क्षेत्र के फतेहपुर ग्राम गुजरोड़ा के बावन डाट के पास युवक बह गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बचाने की लाख कोशिश की लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण लोग उसे नहीं बचा पाए । घटना की जानकारी पर पुलिस व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर युवक की तलाश शुरू की।
घटना स्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर युवक का शव बरामद हुआ ।जानकारी देते हुए सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई ने बताया कि 38 वर्षीय ललित पालीवाल पुत्र स्व. रामदत्त पालीवाल मल्ला फतेहपुर की रपटे में बहने से मौत हो गई। घटना स्थल से 400 मीटर दूर पुलिस और अग्निशमन के द्वारा ईसाईं नगर के पास शव बरामद किया गया है। पंचनामा भर पोस्टमार्टम की कार्यवाही की जा रही है।
वहीं रपटे में बहे युवक ललित की मौत से उसके परिवार में कोहराम मच गया है। जवान बेटे की मौत से बुजुर्ग मां का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि ललित पालीवाल बावन डांट से फतेहपुर को जाने वाली बरसाती नाले के रपटे को पार कर रहा था। तभी नाले में अचानक ज्यादा पानी आ गया और वो बहाव में बह गया।
ग्राम प्रधान ऋतु जोशी ने दिया बयान फतेहपुर ग्राम गुजरौडा की ग्राम प्रधान ऋतु जोशी ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि फतेहपुर में भाखड़ा नदी पर पुल निर्माण की मांग लंबे समय से ऋतु जोशी द्वारा की जा रही है। गांव को जोड़ने वाला एकमात्र रास्ता बरसात में अधिक पानी आने से ग्रामीणों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है ।लेकिन प्रशासन व सासद हमेशा इसकी अनदेखी करते रहे हैं। इसी कारण हादसे हो रहे हैं। पहले भी इस नदी में काफी लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। ग्राम प्रधान ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि ललित पालीवाल पुत्र राम दत्त भाखड़ा नदी में बहना शासन प्रशासन की घोर लापरवाही का नतीजा है ।
बताते चलें कि मृतक के पिता का पहले ही देहांत हो गया है माता नेत्रहीन है । कई बार इसमें पुल निर्माण हेतु जिलाधिकारी एवं सांसद को ज्ञापन दिया दिया जा चुका है। ऋतु जोशी ने कहा कि भविष्य में ऐसी कोई दुर्घटना होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी और उन्होंने कहा कि अगर भाखड़ा नदी में पुल निर्माण नहीं होता है तो समस्त ग्रामीणों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे