रिपोर्ट मतलुब अहमद
नैनीताल हल्द्वानी । कोलकाता हो या उत्तराखंड लगातार महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न रेप और हत्या पर उलेमाओं ने भी पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए एकजुट होकर आवाज उठाने के लिए अपनी कमर कस चुके हैं।
बताते चले की बीते कुछ दिन पहले रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में काम करने वाली नर्स के साथ पहले रेप किया और उसी के स्कार्फ से उसको मौत के घाट उतार दिया गया था।
मौलाना मुकीम कासमी ने आगे बातचीत में बताया कि सदर जमीयत उलेमा ए हिंद मौलाना अरशद मदनी के आदेश पर हल्द्वानी जमीयत के लोग पीड़िता तस्लीम जहां के घर गदरपुर पहुंचे। पीड़िता के घर वालों, भाई और 11 साल की बेटी से मुलाकात की और उनको उनके दुख की घड़ी में शामिल हुए ।
जमीयत उलेमा-हिन्द तस्लीम जहाँ के साथ अमानवीय असहनीय कृत्य करने वाले और उसकी हत्या करने वालो के खिलाफ सख्त सज़ा की मांग करती हैं। ताकि आगे से समाज में ऐसे कृत्य न हो।जमीयत उलेमा-ए-हिंद मुकम्मल तौर पर मृतक तसलीम जहां के साथ खड़ी है ।
मौलाना मुकीम कासमी ने आगे कहा कि एक सभ्य समाज में बलात्कार जैसे कृत्य बेहद अपमानजनक वह अफसोस नाक है। और आगे इस तरह की घिनौनी हरकत ना हो इसके लिए उलेमा इस मुद्दे को उठाने पर मजबूर हुए हैं। और कहां की पूरे मामले की जानकारी मरकजी जमीयत दिल्ली को पहुंचा दिया गया है
हालांकि, यह भी जरूरी है कि धार्मिक नेता और उलेमाओं को इस तरह के मामलों में पीड़िताओं का समर्थन करें और न्याय की मांग करें, क्योंकि उनका प्रभाव समाज पर काफी होता है। उनके द्वारा उठाई गई आवाज समाज को जागरूक कर सकती है और यौन उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई को मजबूत बना सकती है।