मतलुब अहमद
हल्द्वानी। कुसुमखेड़ा तिराहे पर अतिक्रमण हटाने की मुहिम ने आज एक बड़ा मोड़ लिया जब प्रशासन ने गुलाबी बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई एसडीएम परितोष वर्मा और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अशोक चौधरी के नेतृत्व में हुई। कार्रवाई के दौरान जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल कर अवैध निर्माण को हटाया गया।
पहले दी गई थी चेतावनी
एसडीएम परितोष वर्मा ने बताया कि अतिक्रमणकारियों को पहले ही अपने अवैध निर्माण हटाने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। बावजूद इसके, जब उन्होंने आदेशों का पालन नहीं किया, तो प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए यह कार्रवाई की।
इस कार्रवाई के बाद खाली हुई सरकारी जमीन को नगर निगम ने अपने कब्जे में ले लिया है। अधिकारियों ने बताया कि यह जमीन अब सार्वजनिक उपयोग के लिए विकसित की जाएगी।
चौराहे के चौड़ीकरण के साथ ऐतिहासिक घंटाघर की योजना
कुसुमखेड़ा चौराहे के चौड़ीकरण के तहत एक ऐतिहासिक घंटाघर बनाया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अशोक चौधरी ने जानकारी दी कि यह घंटाघर शहर की शान और हल्द्वानी की नई पहचान बनेगा। चौड़ीकरण के बाद यह इलाका न केवल यातायात के लिए सुगम होगा, बल्कि इसे एक आकर्षक स्थल के रूप में भी विकसित किया जाएगा।
यातायात और सौंदर्यीकरण पर होगा फोकस
यह अभियान शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने और शहर के सौंदर्यीकरण के लिए चलाए जा रहे व्यापक प्रयासों का हिस्सा है। प्रशासन का मानना है कि इस तरह के सुधार से हल्द्वानी को आधुनिक स्वरूप प्रदान किया जा सकेगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
प्रशासन की इस कार्रवाई पर स्थानीय लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई। कुछ ने इसे यातायात समस्या का समाधान बताया, तो कुछ ने अपने रोज़गार और दुकानें हटने से असंतोष व्यक्त किया। प्रशासन ने प्रभावित लोगों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।
हल्द्वानी में जारी यह सुधारात्मक अभियान आने वाले समय में शहर के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।