भारतीय रेलवे में नई तकनीक का आगाज: सुरक्षित और प्रभावी रेल यात्रा का युग शुरू

मतलुब अहमद

नई दिल्ली, रेलवे स्टेशन पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज इंटीग्रेटेड ट्रैक मॉनिटरिंग सिस्टम (ITMS) और रोड सह रेल निरीक्षण वाहन (RCRIV) का औपचारिक अवलोकन किया। यह अत्याधुनिक प्रणाली भारतीय रेलवे के ट्रैक निरीक्षण और रखरखाव के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। इसका उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और रेलवे कर्मचारियों की कार्यशैली और जीवन गुणवत्ता में सुधार करना है।

नई प्रणाली की विशेषताएँ

इंटीग्रेटेड ट्रैक मॉनिटरिंग सिस्टम (ITMS)

 ITMS एक उच्च प्रदर्शन प्रणाली है, जो रेलवे ट्रैक की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग करती है। इस प्रणाली में लेजर सेंसर, हाई-स्पीड कैमरे, GPS, और अन्य अत्याधुनिक सेंसर का उपयोग किया गया है।

त्वरण माप: यह प्रणाली कोच और एक्सल बॉक्स के त्वरण (acceleration) को मापकर यात्रा की गुणवत्ता का आकलन करती है।

 उल्लंघन माप प्रणाली: LiDAR तकनीक की मदद से यह ट्रैक पर किसी भी बाधा या उल्लंघन का तुरंत पता लगा सकती है।

 स्पीड रेंज: यह ट्रैक रिकॉर्डिंग कार 20 से 200 किमी प्रति घंटे की गति पर कार्य करने में सक्षम है।

रोड सह रेल निरीक्षण वाहन (RCRIV)

टाटा योद्धा मॉडल पर आधारित यह वाहन सड़क और रेलवे ट्रैक, दोनों पर चलने में सक्षम है।

संरचना: वाहन के आगे 250 मिमी और पीछे 750 मिमी के लोहे के पहिए लगे हैं।

 कैमरे: इसमें 3 हाई-डेफिनिशन कैमरे हैं, जो 15 दिनों तक का वीडियो रिकॉर्ड बैकअप प्रदान करते हैं।

 मल्टी-मोडल उपयोग: यह वाहन सड़क मार्ग और रेलवे ट्रैक दोनों पर आसानी से कार्य कर सकता है।

 प्रमुख उद्देश्य और लाभ

♦1. सुरक्षा में बढ़ोतरी: ITMS और RCRIV की मदद से ट्रैक निरीक्षण और रखरखाव में सटीकता बढ़ेगी, जिससे रेल दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।

♦2. रखरखाव में तेजी: जहां पहले हर चार महीने में रखरखाव किया जाता था, अब इसे हर दो महीने में करने का लक्ष्य रखा गया है।

3. कर्मचारियों का जीवन आसान: इन तकनीकों से ट्रैकमैन, गैंगमैन, कीमैन और स्थायी पथ निरीक्षकों (PWI) का कामकाज सरल और सुरक्षित होगा।

♦4. यात्रियों की सुरक्षा: लगभग 2.3 करोड़ दैनिक यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना रेलवे की प्राथमिकता है।

आगे का लक्ष्य

रेल मंत्री ने घोषणा की कि आने वाले पांच वर्षों में ITMS और RCRIV प्रणाली को भारतीय रेलवे के सभी जोनों में लागू करने का लक्ष्य है। यह कदम रेलवे संचालन को अधिक कुशल और यात्रियों के लिए सुरक्षित बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

 ITMS और RCRIV जैसी तकनीकों का भारतीय रेलवे में शामिल होना देश के रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल संचालन की गुणवत्ता में सुधार करेगा बल्कि करोड़ों यात्रियों को एक सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा।

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