रिपोर्ट, मतलुब अहमद
देहरादून। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने आज सचिवालय में अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मेलन की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में उद्योग, पर्यटन, कौशल विकास, कृषि एवं उद्यान सहित विभिन्न विभागों ने सम्मेलन के दौरान आयोजित किए जाने वाले सत्रों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
“सम्मेलन के दौरान राज्य की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन अनिवार्य”मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सम्मेलन के दौरान उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति, खानपान, स्थानीय हस्तशिल्प और उत्पादों का बेहतरीन प्रदर्शन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही शहर और आयोजन स्थल की स्वच्छता, पार्किंग, अतिथियों के स्वागत-सत्कार, ट्रैफिक प्रबंधन, और प्रोटोकॉल सहित सभी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के आदेश दिए गए।
“17 देशों के 60 प्रवासी करेंगे शिरकत”बैठक में जानकारी दी गई कि अब तक 17 देशों से 60 प्रवासी सम्मेलन के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। इनमें सर्वाधिक 19 प्रवासी यूएई से, 10 जापान से,4 सिंगापुर से, 3 न्यूजीलैंड से,2-2अमेरिका, कनाडा,चीन,यूनाइटेड किंगडम, इंडोनेशिया,वियतनाम और ओमान से तथा11जर्मनी,आयरलैंड,मलेशिया, नाइजीरिया और थाईलैंड से शामिल हैं।
“विभिन्न सत्रों में निवेश और रोजगार पर होगी चर्चा”सम्मेलन में उद्योग विभाग उत्तराखण्ड में निवेश संभावनाओं,पर्यटन विभाग हॉस्पिटेलिटी और वेलनेस, कौशल विकास विभाग विदेश में रोजगार अवसर और उच्च शिक्षा,जबकि कृषि विभाग हॉर्टीकल्चर,हर्बल मेडिसिन और ऐरोमेटिक पौधों पर सत्र आयोजित करेगा।
बैठक में सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेंद्र बगौली, विनोद कुमार सुमन, डीजी सूचना बशीधंर तिवारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।