रिपोर्टिंग टीम,हिंदी न्यूज
उत्तराखंड,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्य सेवक सदन में आयोजित एक भव्य समारोह में उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता यूसीसी की अधिसूचना का अनावरण किया। साथ ही, उन्होंने यूसीसी पोर्टल ucc.uk.gov.in का शुभारंभ और यूसीसी नियमावली बुकलेट का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने अपने विवाह का पहला पंजीकरण स्वयं यूसीसी पोर्टल पर किया, जिसका प्रमाणपत्र मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने उन्हें सौंपा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यूसीसी के तहत सर्वप्रथम पंजीकरण कराने वाले पांच नागरिकों को प्रमाणपत्र भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू कर राज्य सरकार संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. आंबेडकर और संविधान सभा के सदस्यों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर रही है। उन्होंने बताया कि यूसीसी का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए विशेषज्ञ कमेटी ने 2.35 लाख लोगों से संपर्क कर उनकी राय ली।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यूसीसी जाति, धर्म और लिंग के आधार पर कानूनी भेदभाव समाप्त करने का एक संवैधानिक उपाय है। यह महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, साथ ही हलाला, तीन तलाक और इद्दत जैसी कुप्रथाओं पर रोक लगेगी।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अनुसूचित जनजातियों को यूसीसी के दायरे से बाहर रखा गया है, जिससे उनके रीति-रिवाजों का संरक्षण किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश में हर वर्ष 27 जनवरी को “समान नागरिक संहिता दिवस” के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को यूसीसी लागू करने में दिए गए मार्गदर्शन के लिए आभार प्रकट किया।
“यूसीसी के प्रमुख प्रावधान”विवाह के लिए पुरुषों की न्यूनतम आयु 21 और महिलाओं की 18 वर्ष निर्धारित,बहुविवाह पर प्रतिबंध, पति/पत्नी के रहते दूसरा विवाह अवैध,बेटियों को संपत्ति में समान अधिकार,लिव-इन रिलेशनशिप के लिए अनिवार्य पंजीकरण, और इससे जन्मे बच्चों को समान अधिकार,मृतक की संपत्ति में पत्नी, बच्चे और माता-पिता को समान अधिकार,छह महीने तक विवाह या तलाक पंजीकरण के लिए कोई शुल्क नहीं।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। यूसीसी नियमावली समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने विस्तृत जानकारी दी, जबकि सचिव शैलेश बगोली ने धन्यवाद ज्ञापित किया।