महाकुंभ में भगदड़ से मची तबाही, 17 श्रद्धालुओं की मौत की आशंका

रिपोर्टिंग टीम, हिंदी न्यूज़

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के दौरान संगम तट पर बड़ा हादसा हो गया। मौनी अमावस्या स्नान के लिए उमड़ी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई। इस घटना में कई लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि अब तक मेला प्रशासन ने 17 श्रद्धालुओं के मारे जाने की पुष्टि की है। घटना के बाद संगम तट पर अफरा-तफरी मच गई, और राहत एवं बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया।

रात दो बजे हुआ हादसा, प्रशासन जुटा राहत कार्य में

यह दर्दनाक हादसा रात करीब दो बजे संगम नोज के पास 11 से 17 नंबर पोल के बीच हुआ, जब लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए संगम तट पर पहुंचे थे। अचानक मची भगदड़ से कई श्रद्धालु कुचले गए, जिससे मौके पर ही कई लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।

सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और मेले में तैनात पुलिस-प्रशासन की टीमों ने तत्काल मोर्चा संभाला। घायलों को तुरंत मेला क्षेत्र में बने केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को शहर के अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने लिया संज्ञान, मुख्यमंत्री से की बातचीत

इस हादसे की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया और घटनाक्रम की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने राज्य प्रशासन को तत्काल राहत कार्यों को तेज करने और पीड़ितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और जिला प्रशासन को घटना की विस्तृत जांच करने और घायलों को बेहतरीन इलाज देने के निर्देश दिए।

“भगदड़ के कारणों की जांच जारी”

हालांकि भगदड़ के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जानकारी के अनुसार, अत्यधिक भीड़, अव्यवस्थित व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था में कुछ खामियां इस हादसे के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं।

मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि, “संगम नोज पर अचानक भीड़ बढ़ गई और लोग एक-दूसरे को धक्का देने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। हम पूरी स्थिति की जांच कर रहे हैं।”

घायलों का अस्पतालों में इलाज जारी

मेले के केंद्रीय अस्पताल में घायलों के इलाज के लिए विशेष मेडिकल टीम को तैनात किया गया है। प्रशासन ने सभी नजदीकी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।

“श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील”

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है ताकि दोबारा ऐसी घटनाएं न हों।

“मौनी अमावस्या पर उमड़ी थी आस्था की भीड़”

महाकुंभ के मुख्य स्नान पर्वों में से एक मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचे थे। यह पर्व हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है, लेकिन इस हादसे ने पूरे मेले के माहौल को गमगीन कर दिया है।

 

 

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