रिपोर्टिंग टीम, हिंदी न्यूज़
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे लगभग साफ हो चुके हैं। 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजधानी में सत्ता में वापसी की है। चुनाव आयोग (ECI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से भाजपा 48 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) 22 सीटों पर सिमट गई है। कांग्रेस का इस बार भी खाता नहीं खुला।
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए सबसे बड़ा झटका तब लगा जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए। हालांकि, ‘आप’ की ओर से आतिशी ने चुनाव जीतकर पार्टी की साख बचाने की कोशिश की। वहीं, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की स्थिति भी कमजोर बनी हुई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार 60.54% मतदान हुआ था। तमाम एग्जिट पोल्स ने पहले ही भाजपा को बढ़त मिलने के संकेत दिए थे, जो अब नतीजों में साफ दिख रहा है।
पिछले दो विधानसभा चुनावों की तरह इस बार भी कांग्रेस कोई सीट नहीं जीत पाई। यह लगातार तीसरी बार है जब कांग्रेस को दिल्ली में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है।
भाजपा की इस जीत के साथ ही दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। पिछले 10 सालों से सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी अब विपक्ष की भूमिका में आ सकती है। वहीं, भाजपा के सामने अब दिल्ली की जनता की उम्मीदों को पूरा करने की चुनौती होगी।