रिपोर्ट, मतलुब अहमद
हल्द्वानी, 8 फरवरी प्रदेश में ‘नशा नहीं, रोजगार दो’ जन अभियान को व्यापक स्तर पर फैलाने के लिए आज हल्द्वानी में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और जन संगठनों ने भाग लिया और अभियान को उत्तराखंड के हर जिले तक पहुंचाने का निर्णय लिया।
बैठक का आयोजन कैरियर लॉन्चर इंस्टिट्यूट, कालाढूंगी रोड में हुआ। इसमें प्रदेश में नशे की बढ़ती समस्या और रोजगार की कमी को लेकर गहरी चिंता जताई गई। वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के गठन के 24 साल बाद भी बेरोजगारी और नशे का बढ़ता प्रचलन युवाओं के लिए गंभीर संकट बना हुआ है।
बैठक में हल्द्वानी संयोजक मंडल का गठन किया गया, जिसमें—संयोजक: अशोक डालाकोटी सह-संयोजक: भुवन चंद्र जोशी सचिव: एडवोकेट मोहन कांडपाल ,अन्य सदस्य: विनोद जोशी, उत्तम बिष्ट, बच्ची सिंह बिष्ट, यतीश पंत, संकल्प जोशी, संगीता पांडे, नेहा वैला, देवी दत्त पड़लिया, जमन सिंह मनराल, जीतेंद्र तिवारी, अजय, सुनील रौतेला, एम. पी. साह आदि मौजूद रहे।
समिति द्वारा नुक्कड़ नाटक, जन सभाएं और जागरूकता अभियानों के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों और रोजगार के अधिकार को लेकर जन संपर्क किया जाएगा। प्रमुख चौराहों, कॉलोनियों और शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बैठक में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी, भुवन जोशी, डॉ. भूपेंद्र, लीला बोरा, अजय कुमार, भूपाल सिंह धपोला, दीवान सिंह खनी, दिनेश चंद्र उपाध्याय, पूरन बिष्ट, डॉ. निर्मल जोशी, भावना पांडे, आसिफ, रवींद्र सिंह, आर. डी. जोशी, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट रवींद्र गड़िया, चिंताराम, बसंत पांडे समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस बैठक को राज्य में नशे और बेरोजगारी के खिलाफ एक नए आंदोलन की शुरुआत माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाकर व्यापक बदलाव लाना है।