नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़: 17 की मौत, 10 घायल, रेलवे प्रशासन पर उठे सवाल

रिपोर्टिंग टीम,हिंदी न्यूज़

नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर गुरुवार रात भगदड़ मचने से 17 लोगों की मौत हो गई और 10 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब अचानक दो ट्रेनों के रद्द होने की घोषणा हुई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर भगदड़ मच गई, जिसमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे घायल हो गए।

रेलवे प्रशासन को घटना की सूचना रात 9:55 बजे मिली, जिसके बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। हालांकि, तब तक हालात बेकाबू हो चुके थे। राहत एवं बचाव कार्य जारी है और रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं।

सूत्रों के मुताबिक, प्रयागराज जाने वाली दो महत्वपूर्ण ट्रेनों के अचानक रद्द होने के बाद स्टेशन पर हजारों यात्रियों की भीड़ जमा हो गई थी। बड़ी संख्या में यात्री महाकुंभ जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। जैसे ही ट्रेन कैंसिलेशन की घोषणा हुई, भीड़ में हड़कंप मच गया और लोग जल्दबाजी में निकलने लगे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

एलएनजेपी अस्पताल में 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें 11 महिलाएं, 2 पुरुष और 2 बच्चे शामिल हैं। कई घायलों को लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और घायलों को जल्द से जल्द चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा“घटना दुखद है। रेलवे प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा है। सभी प्रभावित यात्रियों को हर संभव मदद दी जा रही है।”

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने हादसे के लिए केंद्र और यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा “महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए थे। यह प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है। रेलवे विभाग को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।”

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी हादसे पर दुख जताते हुए मुख्य सचिव और पुलिस कमिश्नर को तत्काल राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए है।

स हादसे के बाद रेलवे की तैयारियों पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं,जब सरकार को पता था कि महाकुंभ जारी है, तो पर्याप्त ट्रेनों की व्यवस्था क्यों नहीं की गई?रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस योजना क्यों नहीं बनाई गई?आखिर इस हादसे की जिम्मेदारी किसकी है?

कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा“मोदी सरकार को चाहिए कि वह मृतकों के पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करे और घायलों के इलाज में कोई कमी न रखी जाए

रेलवे प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। रेलवे बोर्ड ने यात्रियों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।

यह हादसा रेलवे की लापरवाही का नतीजा है या अचानक हुई भीड़ का दबाव? इसकी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी।

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