रुद्रप्रयाग,हिन्दी न्यूज़ ,उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को शोक में डाल दिया। शुक्रवार देर रात कुंडा-दानकोट मार्ग पर एक स्कूटी अनियंत्रित होकर 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें स्कूटी पर सवार तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमों ने तत्परता दिखाते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और गहरी खाई से शवों को बाहर निकाला।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा रात के समय हुआ, जब तीन युवक स्कूटी पर सवार होकर कुंडा-दानकोट मार्ग से गुजर रहे थे। तभी अचानक स्कूटी बेकाबू होकर खाई में जा गिरी। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस, एसडी आरएफ और डीडीआरएफ की टीमों ने रातभर चले ऑपरेशन के बाद शवों को बाहर निकाला। शवों को स्ट्रेचर की मदद से सड़क तक लाया गया और फिर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी शिनाख्त की गई।
आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने मृतकों की पहचान की पुष्टि की। हादसे में मारे गए युवकों के नाम इस प्रकार हैं।अंकित (27 वर्ष), पुत्र प्रताप लाल, निवासी गुनियाल ,टिटू (23 वर्ष), पुत्र राकेश लाल, निवासी कुंडा-दानकोट,संदीप (27 वर्ष), निवासी बरसील
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि स्कूटी बेकाबू होकर खाई में जा गिरी, जिससे तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि, पुलिस इस हादसे के पीछे के अन्य संभावित कारणों की भी जांच कर रही है, जिसमें तेज रफ्तार, सड़क की खराब स्थिति और वाहन के तकनीकी खराबी जैसे पहलुओं को भी ध्यान में रखा जा रहा है।
इस हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस मार्ग पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा इंतजामों को नजरअंदाज किया गया है। ग्रामीणों ने सड़कों के किनारे मजबूत रेलिंग लगाने और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग की है।
इस घटना के बाद प्रशासन ने हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सड़क सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठाए जाएंगे और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी उपाय किए जाएंगे।
रुद्रप्रयाग जिले में हुआ यह हादसा एक बार फिर से पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा की चिंताओं को उजागर करता है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस मार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं का गहराई से विश्लेषण कर उचित सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करे ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।