♦देहरादून: हिन्दी न्यूज़,नवरात्रि व्रत के दौरान कुट्टू के आटे का सेवन करने के बाद बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत बिगड़ गई। देहरादून के प्रमुख अस्पतालों, दून मेडिकल कॉलेज और कोरोनेशन अस्पताल में फ़ूड पॉइजनिंग के कारण भर्ती हुए मरीज़ों की संख्या 110 तक पहुंच गई।
स्वास्थ्य सचिव आर. राजेश कुमार ने अस्पतालों का दौरा कर भर्ती मरीज़ों से मुलाकात की। उन्होंने बताया, “मुझे बताया गया है कि यहाँ करीब 110 मरीज़ एडमिट हुए थे, जिनमें से 51 को डिस्चार्ज कर दिया गया है। शेष 61 मरीज़ों से मैंने खुद बात की, और सभी अब ख़तरे से बाहर हैं।” कोरोनेशन अस्पताल में भी 78 मरीज़ भर्ती हुए हैं और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार स्थिति पर नजर रख रही है।
अस्पताल में भर्ती मरीज़ों ने बताया कि उन्होंने नवरात्रि व्रत के दौरान कुट्टू के आटे से बने पकवान खाए थे। कुछ ही समय बाद उन्हें उल्टी, दस्त, पेट दर्द और चक्कर आने की शिकायत होने लगी। कुछ मरीजों ने बताया कि आटे का स्वाद सामान्य से अलग लग रहा था, लेकिन व्रत के कारण उन्होंने इस पर अधिक ध्यान नहीं दिया।
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अचानक बड़ी संख्या में लोग पेट दर्द और उल्टी की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे। प्रारंभिक जाँच में यह सामने आया कि सभी ने कुट्टू के आटे का सेवन किया था। इसके बाद रात में और अगली सुबह कई लोगों की तबीयत खराब हो गई। एसएसपी ने कहा, “जैसे ही हमें सूचना मिली, हमने तत्काल सभी विभागों से समन्वय किया। खाद्य विभाग, प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की।”
सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग सक्रिय हो गया। लगभग दो घंटे के अंदर ही पुलिस ने 22 दुकानों/स्टोरों की पहचान कर उन्हें सील कर दिया, जहाँ से लोगों ने कुट्टू का आटा खरीदा था। खाद्य विभाग ने इन दुकानों से आटे के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। पुलिस का कहना है कि यदि जांच में किसी भी प्रकार की मिलावट पाई जाती है तो संबंधित दुकानदारों और आटा सप्लायरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
फूड सेफ्टी विभाग अब कुट्टू के आटे के सैंपल की गहन जाँच करेगा। अधिकारियों ने बताया कि आटे में मिलावट होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ होगा कि आटा खराब था या उसमें किसी प्रकार की मिलावट की गई थी।
मुख्यमंत्री उत्तराखंड ने तत्काल संज्ञान लेते हुए पीड़ितों से मुलाकात की और जिलाधिकारी देहरादून व एसएसपी देहरादून को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। इस निर्देश के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए विभिन्न स्टोरों, गोदामों और दुकानों पर छापेमारी कर 22 स्टोरों को सील किया। अब तक की प्राथमिक पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि इस कुट्टू के आटे का मुख्य सप्लायर सहारनपुर से है। इस संबंध में देहरादून पुलिस ने सहारनपुर प्रशासन से संपर्क कर सप्लायर के गोदाम में भी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। देहरादून से एक पुलिस टीम सहारनपुर भेजी गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि वे कुट्टू के आटे की गुणवत्ता की जाँच किए बिना उसका सेवन न करें। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। फूड सेफ्टी अधिकारियों ने नागरिकों से यह भी अनुरोध किया है कि वे अपने पास मौजूद कुट्टू के आटे को सावधानीपूर्वक जांचें और यदि उसमें कोई असामान्यता लगे, तो तुरंत इसकी सूचना खाद्य विभाग को दें।
देहरादून में कुट्टू के आटे से हुई इस फ़ूड पॉइजनिंग की घटना ने प्रशासन और नागरिकों को सतर्क कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग खाद्यसुरक्षाअधिकारी और पुलिस विभाग मिलकर जांच कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। प्रशासन आम जनता से अपील कर रहा है कि वे किसी भी खाद्य पदार्थ को खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता की पुष्टि करें और सतर्कता बरतें।