नैनीताल,हिंदी न्यूज़ ।कुमाऊं आयुक्त व मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत ने बुधवार को कमिश्नरी कार्यालय, नैनीताल में ऊधम सिंह नगर जनपद से संबंधित जमीनी विवाद, अतिक्रमण और भूमि धोखाधड़ी से जुड़े मामलों की समीक्षा हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ऊधम सिंह नगर नितिन भदोरिया, डिप्टी कलेक्टर जीवन सिंह नग्न्याल, डीएफओ किच्छा, उपजिलाधिकारी रुद्रपुर व किच्छा, ईई पीडब्ल्यूडी किच्छा और पंतनगर विश्वविद्यालय के निदेशक सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में आयुक्त दीपक रावत ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जनपद में चल रहे जमीनी विवादों का निस्तारण कानूनी दायरे में रहकर और प्रमाणिक भू-राजस्व नक्शों के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रकरण में संबंधित दस्तावेजों को भली-भांति जांचा जाए और भूमि धोखाधड़ी के मामलों में दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
आयुक्त ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया गया है तो उसे तत्काल हटाया जाए और अतिक्रमणकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने विशेष रूप से निर्देश दिए कि भूमि धोखाधड़ी से जुड़े मामलों में तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए और लैंड फ्रॉड करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा न जाए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी नितिन भदोरिया ने जानकारी दी कि नगला क्षेत्र में आरक्षित वन भूमि पर अतिक्रमण की पुष्टि हुई है। इस संबंध में वन विभाग, राजस्व विभाग, पंतनगर विश्वविद्यालय तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में चिन्हित अतिक्रमणकर्ताओं को नोटिस जारी कर दिए गए हैं और शीघ्र ही अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आयुक्त रावत ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूमि से जुड़े मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए समयबद्ध कार्रवाई की जाए। साथ ही, उन्होंने भूमि से जुड़े विवादों के निस्तारण की नियमित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने को भी कहा।