सनसनीखेज अपहरण कांड का पर्दाफाश: 50 लाख की फिरौती के लिए तुषार का अपहरण, तीन अभियुक्त गिरफ्तार

नैनीताल,हिंदी न्यूज। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक सनसनीखेज अपहरण कांड का खुलासा हुआ है, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रहलाद नारायण मीणा के कड़े रुख और पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते 27 वर्षीय तुषार लोहनी को सकुशल बरामद कर लिया गया। इस मामले में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगने की साजिश रचने वाले तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।

इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है।घटना का विवरण 7 मई 2025 को गिरीश चंद्र लोहनी, निवासी तल्ली बमौरी गली नंबर 1, मुखानी, नैनीताल, ने मुखानी थाने में शिकायत दर्ज की कि उनके 27 वर्षीय पुत्र तुषार लोहनी का कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपहरण कर लिया गया है। शिकायत के अनुसार, अपहर्ताओं ने तुषार को फरीदाबाद ले जाकर उसके साथ मारपीट की और गाली-गलौज की। इस तहरीर के आधार पर थाना मुखानी में मुकदमा  दर्ज किया गया। जांच की जिम्मेदारी उप-निरीक्षक वीरेंद्र बिष्ट को सौंपी गई।पुलिस की त्वरित कार्रवाई एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक (सिटी) प्रकाश चंद्र को घटना के अनावरण के लिए विशेष टीम गठित करने का आदेश दिया गया। 

सीओ हल्द्वानी नितिन लोहानी के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष मुखानी दिनेश जोशी के नेतृत्व में एक विशेष गिरफ्तारी टीम का गठन किया गया।पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण किया और संदिग्धों की लोकेशन ट्रैक कर बांदा शहर में छानबीन शुरू की। जांच के दौरान कपिल और आलोक तिवारी के पते की तस्दीक की गई और चार अभियुक्तों- मुन्ना कुरैशी (निवासी तावडू, हरियाणा), दयाशंकर तिवारी (निवासी महखोर, कोतवाली देहात, बांदा), अंकुश कुमार और विनय प्रताप (दोनों निवासी कृपालपुर, थाना बसरेहर, इटावा) के नाम सामने आए।

11 मई 2025 को पुलिस ने तुषार लोहनी को बांदा के अत्तरा शहर से सकुशल बरामद कर लिया। इसके बाद, 19 मई 2025 को पुलिस ने अभियुक्तों के घरों पर दबिश देकर तीन मुख्य अभियुक्तों को उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया। अन्य अभियुक्तों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। 

पूछताछ में अभियुक्तों ने खुलासा किया कि आलोक तिवारी के साथ 50 लाख रुपये के लेन-देन को लेकर विवाद था। इस विवाद के चलते आलोक तिवारी ने अपने पुराने परिचित मुन्ना कुरैशी और इटावा के कृपालपुर में एक शादी के दौरान मिले अंकुश कुमार और विनय प्रताप के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची। 6 मई 2025 को अभियुक्तों ने तुषार लोहनी का कालाढूंगी रोड स्थित बावर्ची रेस्तरां से अपहरण किया और उसे बांदा व चित्रकूट के विभिन्न स्थानों पर बंधक बनाकर रखा। इस दौरान अपहर्ताओं ने तुषार के परिवार से 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। 

गिरफ्तार अभियुक्तों मे दयाशंकर तिवारी पुत्र स्व. रामप्रताप तिवारी, निवासी ग्राम महखोर, कोतवाली देहात, बांदा। हाल निवासी होटल गुरुदेव के पास, सिविल लाइन्स, कोतवाली नगर, बांदा, उम्र: 61 वर्ष।अंकुश कुमार, पुत्र आछे लाल, निवासी कृपालपुर, थाना बसरेहर, इटावा, उत्तर प्रदेश। उम्र: 21 वर्ष।विनय प्रताप, पुत्र विशाल, निवासी कृपालपुर, थाना बसरेहर, इटावा, उत्तर प्रदेश। उम्र: 24 वर्ष बताई   जा रही हैं।

 पुलिस टीम में थानाध्यक्ष मुखानी दिनेश चंद्र जोशी, उप-निरीक्षक वीरेंद्र चंद्र (प्रभारी आरटीओ), हरजीत राणा, वीरेंद्र बिष्ट, कांस्टेबल बलवंत बिष्ट, रविंद्र खाती, और चंदन सिंह नेगी (एसओजी) शामिल थे। 

एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने पुलिस टीम की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की तारीफ की है।पुलिस ने मामले में  फरार अभियुक्तों की तलाश में छापेमारी तेज कर दी है। इस सनसनीखेज मामले ने न केवल नैनीताल बल्कि पूरे उत्तराखंड में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

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