कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के दो साल: पांच गारंटी योजनाओं के साथ जनता के वादे पूरे

कर्नाटक,हिंदी न्यूज। कांग्रेस सरकार ने आज अपने दो साल पूरे कर लिए हैं, और इस अवसर पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जनता से किए गए वादों को पूरा करने की उपलब्धियों को गर्व के साथ साझा किया। 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने कर्नाटक की जनता से पांच प्रमुख गारंटी देने का वादा किया था। उस समय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने दावा किया था कि कांग्रेस इन वादों को पूरा नहीं कर पाएगी। लेकिन, आज कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने इन सभी गारंटियों को न केवल लागू किया, बल्कि लाखों-करोड़ों लोगों तक इसका लाभ पहुंचाकर अपनी प्रतिबद्धता साबित की है।पांच गारंटी योजनाओं की उपलब्धियां

गृहलक्ष्मी योजना: महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण कांग्रेस की पहली गारंटी, गृहलक्ष्मी योजना, के तहत कर्नाटक में 1.21 करोड़ महिलाओं को हर महीने 2,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है। इस योजना के माध्यम से अब तक 25,407 करोड़ रुपये महिलाओं के बैंक खातों में हस्तांतरित किए गए हैं। यह योजना परिवार की महिला मुखिया को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में मदद कर रही है। राहुल गांधी ने कहा, “आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार करोड़ों महिलाओं के खातों में सीधे पैसा डाल रही है, जो भारत में महिलाओं के लिए सबसे बड़ी मनी ट्रांसफर योजना है।

“गृह ज्योति योजना: मुफ्त बिजली से घरों में रोशनी दूसरी गारंटी,गृह ज्योति योजना, के तहत 1.42 करोड़ से अधिक परिवारों को हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान की जा रही है। इस योजना ने उन परिवारों को राहत दी है जो बीजेपी सरकार के दौरान बढ़ती महंगाई और बिजली बिलों के बोझ तले दबे थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे “आर्थिक स्थिरता के लिए एक ऐतिहासिक कदम” करार दिया। इस योजना ने न केवल घरों को मुफ्त बिजली दी, बल्कि लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में भी योगदान दिया है।

अन्न भाग्य योजना: गरीबों के लिए खाद्य सुरक्षा तीसरी गारंटी, अन्न भाग्य योजना, के अंतर्गत 4 करोड़ लोगों को हर महीने प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है।। पूर्व सिद्धारमैया सरकार की इस योजना को बीजेपी सरकार ने कमजोर कर दिया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे पुनर्जनन करके गरीबों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की। राहुल गांधी ने कहा, “कर्नाटक में करोड़ों परिवारों को इस योजना से अनाज मिल रहा है, जिससे उनकी मूलभूत जरूरतें पूरी हो रही हैं।

“शक्ति योजना: महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा चौथी गारंटी, शक्ति योजना, ने महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान की है। इस योजना के तहत महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई है। 18 अक्टूबर, 2024 तक, 311.07 करोड़ मुफ्त बस यात्राओं के लिए 7,507.35 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस योजना ने महिलाओं को शिक्षा, रोजगार, और दैनिक कार्यों के लिए स्वतंत्रता से यात्रा करने का अवसर दिया है। राहुल गांधी ने इसे “महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम” बताया।

युवा निधि योजना: युवाओं को रोजगार और आर्थिक सहायता पांचवीं गारंटी, युवा निधि योजना, के तहत 3 लाख बेरोजगार स्नातकों को हर महीने 3,000 रुपये और डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है। यह योजना 2022-23 शैक्षणिक वर्ष में पास हुए उन युवाओं के लिए है, जिन्हें छह महीने बाद भी नौकरी नहीं मिली। इस योजना ने युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद की है।राहुल गांधी का बयान: “हम वादे पूरे करते हैं”कर्नाटक में आयोजित एक समारोह में राहुल गांधी ने कहा, “हमने कर्नाटक की जनता से जो वादे किए थे, उन्हें हमने पूरा किया। बीजेपी और नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस ये नहीं कर पाएगी, लेकिन हमने दिखा दिया कि हमारी प्रतिबद्धता जनता के प्रति है।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कर्नाटक सरकार ने छठी गारंटी के रूप में 1 लाख से अधिक परिवारों को भूमि-पट्टों का वितरण किया है, ताकि गरीबों को उनकी जमीन का मालिकाना हक मिल सके।आर्थिक चुनौतियों के बीच उपलब्धियांकांग्रेस की इन गारंटी योजनाओं को लागू करने के लिए कर्नाटक सरकार को 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता पड़ी। हालांकि, कुछ जानकारों का कहना है कि इन योजनाओं ने राज्य के राजस्व घाटे को बढ़ाकर 1.14 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया है, और कर्नाटक पर पहले से ही 5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस संबंध में नेताओं को चेतावनी दी थी कि वादे सोच-समझकर करने चाहिए, ताकि आर्थिक बोझ न बढ़े। फिर भी, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, “हमारी सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति है, और हमने इन योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया है।”विपक्ष की आलोचना और कांग्रेस का जवाबबीजेपी और कुछ विश्लेषकों ने इन योजनाओं को “आर्थिक बोझ” करार देते हुए कहा कि ये राज्य को वित्तीय संकट की ओर ले जा सकती हैं। इसके जवाब में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ये योजनाएं जनता के कल्याण के लिए हैं और उनकी सरकार ने इन्हें लागू करने के लिए पर्याप्त बजट प्रबंधन किया है। राहुल गांधी ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “दिल्ली में सरकार केवल अरबपतियों के लिए काम करती है, जबकि कर्नाटक में हमारी सरकार गरीबों और जरूरतमंदों के लिए काम कर रही है।”कर्नाटक मॉडल: देश के लिए प्रेरणाराहुल गांधी ने कर्नाटक की इन योजनाओं को देश के लिए एक मॉडल बताया और कहा कि इसे पूरे भारत में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा, “कर्नाटक ने दिखा दिया कि मोहब्बत और जनता की शक्ति से कोई भी वादा पूरा किया जा सकता है।” कांग्रेस की इस जीत और योजनाओं की सफलता को 2023 के विधानसभा चुनावों में भारत जोड़ो यात्रा और स्थानीय नेतृत्व के मजबूत प्रचार से जोड़ा जा रहा है।

 कर्नाटक में कांग्रेस सरकार अब भी जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने की चुनौती का सामना कर रही है। इसके साथ ही, 2024 के लोकसभा चुनावों में अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने के बावजूद, कांग्रेस इन गारंटी योजनाओं के दम पर अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में है। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के नेतृत्व में कांग्रेस ने न केवल अपने वादों को पूरा किया, बल्कि विपक्षी एकता को भी मजबूत करने का प्रयास किया।कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के दो साल पूरे होने का यह जश्न न केवल एक राजनीतिक उपलब्धि है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जनता के प्रति किए गए वादों को पूरा करने की प्रतिबद्धता से सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।

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