हल्द्वानी।हिदी न्यूज।हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने सोमवार को नैनीताल रोड स्थित होटल सौरभ में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर राज्य प्रशासन और सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए। प्रेस वार्ता में उन्होंने हल्द्वानी में अतिक्रमण के नाम पर प्रशासन की कार्रवाइयों को एकपक्षीय और तानाशाही करार दिया, साथ ही प्रदेश में पंचायत चुनावों को अचानक रद्द करने के फैसले को लोकतंत्र के खिलाफ बताया। इस दौरान उन्होंने जनता की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने और उनके हक के लिए हर मंच पर लड़ने का संकल्प दोहराया ।
प्रेस वार्ता में विधायक सुमित हृदयेश ने हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने के नाम पर प्रशासन की कार्रवाइयों को आमजन विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से प्रशासन बिना किसी ठोस आधार के आम नागरिकों के मकानों को निशाना बना रहा है। खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग इन कार्रवाइयों से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।उन्होंने कहा, “प्रशासन की नजर गरीबों के आशियानों पर है। इन कार्रवाइयों से शहर में डर का माहौल बना हुआ है। कई परिवार, जो पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, अब अपने घरों को खोने के डर में जी रहे हैं। यह कानून के नाम पर अराजकता फैलाने जैसा है, जो किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में स्वीकार्य नहीं हो सकता।”विधायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गरीबों के सिर से छत छीनना अन्याय है और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा, “मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन करता हूँ कि वे इस नोटिस को तुरंत वापस करवाएं और प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करें।”
प्रेस वार्ता में सुमित हृदयेश ने प्रदेश में पंचायत चुनावों को अचानक रद्द करने के फैसले को भी निशाने पर लिया। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह निर्णय जनभावनाओं की पूरी तरह से अनदेखी करता है।उन्होंने कहा, “पंचायत चुनाव लोकतंत्र की जड़ें हैं। यह ग्रामीण क्षेत्रों में जनता की भागीदारी और उनकी आवाज को सुनिश्चित करने का सबसे महत्वपूर्ण मंच है। इन चुनावों को बिना किसी ठोस कारण के रद्द करना न केवल अलोकतांत्रिक है, बल्कि यह ग्रामीण जनता के अधिकारों का हनन भी है।”उन्होंने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने और जल्द से जल्द पंचायत चुनाव कराने की मांग की, ताकि लोकतंत्र की प्रक्रिया बाधित न हो।
प्रेस वार्ता के दौरान विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि वे जनता की आवाज को दबने नहीं देंगे। उन्होंने दोनों मुद्दों—अतिक्रमण और पंचायत चुनाव—को हर लोकतांत्रिक मंच पर मजबूती से उठाने का वादा किया। उन्होंने कहा, “मैं हल्द्वानी की जनता का प्रतिनिधि हूँ और उनकी समस्याओं को लेकर चुप नहीं रहूँगा। चाहे अतिक्रमण का मामला हो या पंचायत चुनावों का, मैं जनता के हक के लिए हर स्तर पर लड़ाई लडूंगा।
प्रेस वार्ता में महिला कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मधु सांगुड़ी, हरीश मेहता, एन.बी. गुणवंत, नरेश अग्रवाल, दीप पाठक, मोहन बिष्ट, मुकुल बल्यूटिया, सुहैल अहमद सिद्दीकी, बहादुर सिंह बिष्ट, सतनाम सिंह, जाकिर हुसैन, गिरीश पांडे, मलय बिष्ट सहित कई अन्य कार्यकर्ता और स्थानीय नेता मौजूद रहे। इन सभी ने विधायक सुमित हृदयेश के रुख का समर्थन करते हुए जनता के हित में एकजुटता दिखाई।
विधायक सुमित हृदयेश की यह प्रेस वार्ता न केवल प्रशासन और सरकार की नीतियों पर एक बड़ा हमला थी, बल्कि यह जनता के मुद्दों को सामने लाने और उनके लिए संघर्ष करने की उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। अतिक्रमण के खिलाफ उनकी मांग और पंचायत चुनावों को समय पर कराने की अपील ने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक चर्चा छेड़ दी है। अब यह देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।