नैनीताल।हिंदी न्यूज़ ।अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित आयुष्मान कान्वेंट विद्यालय में मंगलवार, 22 जुलाई को ग्रीन डे के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण को समर्पित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। हरे रंग के परिधानों में सज-धज कर विद्यालय पहुंचे नौनिहालों ने उत्साहपूर्वक पौधरोपण, जागरूकता रैली, चित्रकला, निबंध और भाषण प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। इस अवसर पर विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों ने एकजुट होकर पर्यावरण को हरा-भरा रखने और जंगलों को बचाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय प्रबंधक मुकेश त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलन और पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार साझा करते हुए किया। उन्होंने पौधरोपण को पर्यावरण संरक्षण का सबसे प्रभावी और सरल उपाय बताते हुए सभी को इस अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। उनके नेतृत्व में विद्यालय परिसर और आसपास के क्षेत्रों में विभिन्न प्रजातियों के पौधे जैसे नीम, पीपल, अमरूद और औषधीय पौधे रोपे गए। नौनिहालों ने उत्साह के साथ इस कार्य में हिस्सा लिया और पौधों की देखभाल का संकल्प लिया।
ग्रीन डे के अवसर पर विद्यार्थियों ने एक जागरूकता रैली निकाली, जिसमें हरे रंग के परिधानों में सजे नौनिहालों ने नारे लगाते हुए क्षेत्रवासियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। रैली के दौरान “पेड़ लगाओ, धरती बचाओ”, “हरियाली है जीवन, इसे बनाए रखें” जैसे नारे गूंजे। रैली में शामिल बच्चों ने जंगलों को बचाने और प्रदूषण को कम करने का संदेश दिया। इस रैली ने न केवल स्थानीय लोगों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए मिलकर काम करने की प्रेरणा भी दी।
ग्रीन डे के अवसर पर आयोजित चित्र कला निबंध और भाषण प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। चित्रकला प्रतियोगिता में बच्चों ने पर्यावरण, जंगलों और प्रकृति की सुंदरता को अपने रंगों के माध्यम से उकेरा। निबंध प्रतियोगिता में “पर्यावरण संरक्षण में हमारी भूमिका” और “जंगलों का महत्व” जैसे विषयों पर विचारपूर्ण लेखन किया गया। वहीं, भाषण प्रतियोगिता में नौनिहालों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए समाज की जिम्मेदारी और व्यक्तिगत प्रयासों पर जोर दिया। सभी प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया, जिससे बच्चों में और अधिक उत्साह देखा गया।
विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। नृत्य, नाटक और गीतों के जरिए बच्चों ने जंगलों को बचाने, प्रदूषण को कम करने और पौधरोपण को बढ़ावा देने की अपील की। इन प्रस्तुतियों ने उपस्थित अभिभावकों और शिक्षकों का मन मोह लिया। खासकर एक नाटक, जिसमें बच्चों ने पेड़ों की कटाई के दुष्परिणामों को दर्शाया, ने सभी को गहरे सोच में डाल दिया।
कार्यक्रम में अभिभावकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने न केवल पौधरोपण अभियान में योगदान दिया, बल्कि बच्चों के प्रयासों की सराहना भी की। अभिभावकों ने इस पहल को सामाजिक जिम्मेदारी का एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया। विद्यालय की प्रधानाचार्य मीनू त्रिपाठी ने कहा, “ग्रीन डे का आयोजन न केवल बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए है, बल्कि यह एक दीर्घकालिक अभियान का हिस्सा है। हम भविष्य में भी पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे।”
कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों ने एक साथ मिलकर पर्यावरण को हरा-भरा रखने और नियमित रूप से पौधरोपण करने का संकल्प लिया। विद्यालय परिसर को हरा-भरा बनाने के लिए भविष्य में और अधिक पौधे लगाने की योजना बनाई गई। इस अवसर पर संतोष कुमार, दीपक कुमार, प्रीती मंगच्वाडी, नीलम जोशी, मनीषा, सपना आर्या, ऊषा बिष्ट, भावना जंतवाल, गीता बिष्ट, पूजा पिनारी, निशा मंगच्वाडी, सरिता तिवारी, सरिता मेहरा सहित कई शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे।
आयुष्मान कान्वेंट विद्यालय का ग्रीन डे आयोजन न केवल एक उत्सव था, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक सशक्त कदम भी साबित हुआ। बच्चों की सक्रिय भागीदारी, अभिभावकों का समर्थन और विद्यालय प्रबंधन की प्रेरणा ने इस आयोजन को यादगार बना दिया। इस तरह के आयोजन नई पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।