द हेरिटेज स्कूल, हल्द्वानी के छात्रों का राष्ट्रपति भवन भ्रमण: एक अविस्मरणीय शैक्षिक यात्रा

♦हल्द्वानी, हिंदी न्यूज़ द हेरिटेज स्कूल लामाचौड़, हल्द्वानी के लगभग 50 छात्रों ने हाल ही में नई दिल्ली में भारत के राष्ट्रपति भवन का एक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक भ्रमण किया। कक्षा सातवीं से बारहवीं तक के इन छात्रों के लिए यह यात्रा न केवल एक शैक्षिक अनुभव थी, बल्कि देश की समृद्ध विरासत और शासन प्रणाली को समझने का एक अनमोल अवसर भी साबित हुई। इस भ्रमण में स्कूल के शिक्षक नीरज कुमार और अपर्णा मैम ने छात्रों का मार्गदर्शन किया, जिससे यह यात्रा और भी व्यवस्थित और जानकारीपूर्ण रही।

राष्ट्रपति भवन, जो भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास और देश की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है, अपने भव्य वास्तुशिल्प और ऐतिहासिक महत्व के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इस भ्रमण के दौरान छात्रों ने राष्ट्रपति भवन के विभिन्न हिस्सों का अवलोकन किया, जिनमें राष्ट्रपति का कार्यालय, आलीशान सभागार, भव्य दरबार हॉल और विश्व प्रसिद्ध मुगल गार्डन शामिल थे। मुगल गार्डन की हरियाली और इसकी अनूठी डिजाइन ने छात्रों को विशेष रूप से आकर्षित किया। भवन की दीवारों पर सजी ऐतिहासिक कलाकृतियां, प्राचीन चित्र और वास्तुशिल्प की बारीकियां देखकर छात्र भारत की गौरवशाली विरासत से अभिभूत हो गए।

इस शैक्षिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा छात्रों का राष्ट्रपति भवन के ऐतिहासिक और प्रशासनिक महत्व को समझना। गाइड और शिक्षकों के माध्यम से उन्हें भारत के राष्ट्रपति के दायित्वों, उनकी भूमिका और देश के शासन तंत्र में उनके योगदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। छात्रों को यह जानकर आश्चर्य हुआ कि राष्ट्रपति भवन न केवल एक निवास है, बल्कि यह भारत की संवैधानिक व्यवस्था का एक जीवंत प्रतीक भी है। इस दौरान उन्हें भवन के इतिहास, इसके निर्माण में शामिल ब्रिटिश और भारतीय वास्तुशिल्प के मिश्रण, और स्वतंत्रता के बाद इसके बदलते महत्व के बारे में भी बताया गया।

कक्षा नौवीं के एक छात्र ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, “राष्ट्रपति भवन को देखना और इसके बारे में जानना मेरे लिए एक सपने जैसा था। यहाँ की हर चीज़ इतिहास और गौरव की कहानी कहती है। मुगल गार्डन और दरबार हॉल को देखकर मुझे अपने देश पर और भी गर्व हुआ।” वहीं, कक्षा बारहवीं की एक अन्य छात्रा ने कहा, “यह भ्रमण हमें यह समझाने में मददगार रहा कि हमारे देश का नेतृत्व कैसे काम करता है और राष्ट्रपति का पद कितना महत्वपूर्ण है।”

शिक्षक नीरज कुमार ने इस यात्रा को “छात्रों के लिए एक अनमोल सीख” करार देते हुए कहा, “यह भ्रमण न केवल शैक्षिक था, बल्कि इसने छात्रों में जिज्ञासा, नेतृत्व और देश के प्रति जिम्मेदारी की भावना को भी जागृत किया।” सह-शिक्षिका अपर्णा मैम ने भी इस अनुभव की सराहना की और कहा, “ऐसी यात्राएं छात्रों को किताबी ज्ञान से परे ले जाकर उन्हें वास्तविक दुनिया से जोड़ती हैं।”

द हेरिटेज स्कूल की प्रिंसिपल ने इस अवसर के लिए राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य अपने छात्रों को न केवल अकादमिक रूप से मजबूत बनाना है, बल्कि उन्हें जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाना भी है। ऐसी शैक्षिक यात्राएं इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।”

यह भ्रमण द हेरिटेज स्कूल के छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा, जिसने उन्हें न केवल भारत के इतिहास और शासन प्रणाली से जोड़ा, बल्कि देश के प्रति गर्व और जिम्मेदारी की भावना को भी प्रबल किया। स्कूल प्रशासन ने भविष्य में भी ऐसी शैक्षिक और प्रेरणादायक गतिविधियों को आयोजित करने का संकल्प लिया है, ताकि छात्र देश की विरासत और नेतृत्व को और बेहतर तरीके से समझ सकें।

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