मतलुब अहमद
झांसी । शुक्रवार रात झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के न्यू बॉर्न इंटेंसिव केयर यूनिट (NICU) में लगी भीषण आग ने पूरे देश को झकझोर दिया। हादसे में 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई, जबकि 37 बच्चों को सेना और पुलिस की तत्परता से सुरक्षित बचा लिया गया।
आग लगने के समय वार्ड में 50 से अधिक नवजात शिशु भर्ती थे। गहरे धुएं और अंधेरे ने राहत कार्यों में बाधा डाली। चौंकाने वाली बात यह रही कि सेफ्टी अलार्म नहीं बजा, जिससे हादसे का पता समय पर नहीं चल सका। आग बुझाने के लिए छह दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतक बच्चों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में हुई आग की घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में कई लोगों की मृत्यु हो गई, और प्रधानमंत्री ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पीड़ितों को हरसंभव मदद प्रदान करने में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं
प्रधानमंत्री ने इस घटना को “हृदय विदारक” बताया और कहा कि मासूम बच्चों की मृत्यु से उनका मन व्यथित है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दुखी परिवारों को इस कठिन समय को सहने की शक्ति मिले। इस घटना पर राज्य और प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।
रेस्कयू किये गये बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ्य, बर्न या सफोकेशन इंजरी नहीं
यह हादसा न केवल प्रशासनिक बल्कि चिकित्सा सुरक्षा मानकों पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। आग लगने के कारणों की जांच चल रही है। यह हादसा मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा और आपातकालीन व्यवस्थाओं की भारी कमी को उजागर करता है।