मतलुब अहमद
उत्तराखंड । सचिवालय में जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मिशन के तहत किए जाने वाले सभी कार्यों का विशेष रूप से सत्यापन कराया जाए। समीक्षा में कहा गया कि यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही या कार्यों की गुणवत्ता में कमी पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। अधिकारियों को यह स्पष्ट कर दिया गया कि जनहित के कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जल जीवन मिशन एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसका उद्देश्य हर घर तक पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। इस लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए समस्त अधिकारियों को योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अंतर्गत ऐसे सभी घरों को चिन्हित किया जाएगा, जहां नल तो लगाए गए हैं लेकिन पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है।
समीक्षा में अधिकारियों से यह भी कहा गया कि पानी की आपूर्ति न होने के कारणों का विस्तृत विश्लेषण किया जाए। इसके अलावा, जिन योजनाओं को शासन से स्वीकृति मिल चुकी है, उन्हें तय समय सीमा में धरातल पर लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। जल जीवन मिशन के तहत सभी कार्य तय मानकों के अनुसार किए जाने की अपेक्षा है।
यह निर्देश इस उद्देश्य से दिए गए हैं कि इस महत्वपूर्ण परियोजना के तहत जनहित के लक्ष्यों को पूरी ईमानदारी और प्रभावी ढंग से प्राप्त किया जा सके।