रिपोर्ट, मतलुब अहमद
नैनीताल। आधुनिकता के इस दौर में साइबर अपराधियों की सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। डिजिटल तकनीक के बढ़ते उपयोग के बीच साइबर ठग नए-नए हथकंडे अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इसी समस्या से निपटने और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल के तत्वावधान में 27 जनवरी 2025 को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में सीओ भवाली,साइबर सुमित पांडे ने बैंक कर्मियों को साइबर क्राइम से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा डिजिटल अरेस्टिंग और ऑनलाइन ठगी जैसे विभिन्न तरीकों से भोली-भाली जनता को निशाना बनाया जा रहा है।
सीओ पांडे ने बैंक कर्मियों को सतर्क रहने और ग्राहकों को भी जागरूक करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी से बचाव का सबसे कारगर उपाय है सावधानी और सतर्कता। उन्होंने गोपनीय जानकारी जैसे बैंक खाता नंबर, एटीएम पिन, सीवीवी, पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स आदि किसी के साथ साझा न करने की अपील की।
कार्यशाला के दौरान बैंक कर्मियों को साइबर सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी देकर ठगों से बचने के उपाय बताए गए। साथ ही, पुलिस द्वारा साइबर अपराधों को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की गई।
इस जागरूकता कार्यक्रम से बैंक कर्मियों को साइबर अपराध से निपटने के लिए सतर्क और तैयार रहने का संदेश दिया गया।बैंक कर्मियों को साइबर क्राइम के प्रति किया गया जागरूक, सीओ भवाली ने दी महत्वपूर्ण जानकारी