रिपोर्ट,मतलुब अहमद
रामनगर,संयुक्त संघर्ष समिति ने आदमखोर टाइगर के पकड़े जाने के बाद सांवल्दे वन चौकी के समक्ष विगत पांच दिनों से जारी धरना समाप्त करने की घोषणा की है। समिति ने कहा कि जंगली जानवरों से इंसानों, फसलों और मवेशियों की सुरक्षा को लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा।
आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए समिति ने आगामी 24 फरवरी को दिन में 11 बजे से सांवल्दे वन चौकी के समीप महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस महापंचायत में कार्बेट प्रशासन द्वारा ग्रामीणों पर लगाए गए फर्जी मुकदमे रद्द किए जाने, कार्बेट टाइगर निदेशक साकेत बडोला, उपनिदेशक राहुल मिश्रा और वन क्षेत्राधिकार भानु प्रताप के खिलाफ पद का दुरुपयोग एवं लापरवाही बरतने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने, कार्बेट पार्क में उसकी धारण क्षमता से अधिक टाइगर व अन्य जंगली जानवरों को हटाए जाने या मारे जाने, मुआवजे की राशि बढ़ाकर 25 लाख रुपए करने जैसी प्रमुख मांगों पर चर्चा की जाएगी।
समिति ने चांदनी डिपो में नया पर्यटन जोन का विरोध कर रहे ग्रामीणों के आंदोलन का भी समर्थन किया है। साथ ही प्रेम बल्लभ जोशी द्वारा रामनगर कोतवाली में दी गई तहरीर को पुलिस द्वारा रिसीव न किए जाने के कारण उसे डाक के जरिए प्रेषित कर दिया गया है।
ग्राम सांवल्दे में आयोजित बैठक में तारा बेलबाल ने आंदोलन में सहयोग और समर्थन के लिए क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया। समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने कहा कि कार्बेट पार्क में टाइगर की संख्या उसकी धारण क्षमता के मुकाबले चार गुना हो गई है, और यह लोगों की सुरक्षा के लिए खतरे की बात है। उन्होंने जोर दिया कि कार्बेट पार्क से टाइगर की संख्या को सीमित करना बेहद जरूरी है।
इस बैठक में ब्लाक प्रमुख रेखा रावत, इंद्र रावत, समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार, संजय मेहता, भूवन चंद्र, बालम थापा, गीता आर्य, नरगिस, मुन्नी, माया, सुनीता, भगवती, प्रकाश पांडेय, गिरीश चंद्र बोडाई, कौशल्या, मीणा लकचौरा, सरस्वती, ललित पांडे, इंद्रलाल, सुनीता, सरोज, पुष्पा, जमीला और अन्य दर्जनों लोग मौजूद थे।