रिपोर्ट मतलुब अहमद
हल्द्वानी। हल्द्वानी के एमबी इंटर कॉलेज मैदान में 1 मार्च से 10 मार्च तक 10 दिवसीय सरस आजीविका मेला आयोजित किया जाएगा। इस मेले में देशभर के स्वंय सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री होगी। मेले की तैयारियों को लेकर शनिवार को जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में मेले के सफल आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं पर चर्चा हुई।
जिलाधिकारी वंदना ने कहा कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य विभिन्न राज्यों के स्वंय सहायता समूहों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प, खाद्य उत्पाद, गृह उपयोगी वस्तुएं और स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करना और उनकी बिक्री को प्रोत्साहित करना है। इससे न केवल स्वंय सहायता समूहों को आर्थिक मजबूती मिलेगी बल्कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपने उत्पादों को पहचान दिलाने का भी मौका मिलेगा।
उन्होंने निर्देश दिए कि मेले में लगाए जाने वाले सभी स्टॉल आकर्षक और एक समान रूप से डिजाइन किए जाएं ताकि प्रदर्शनी और बिक्री दोनों को प्रोत्साहन मिले। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले आगंतुकों को स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के उत्पादों को देखने और खरीदने का बेहतरीन अवसर मिलेगा।
जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी ने जानकारी दी कि इस बार मेले में कुल 250 स्टॉल लगाए जाएंगे, जिसमें, 74 स्टॉल देश के विभिन्न राज्यों के स्वंय सहायता समूहों के होंगे, 117 स्टॉल उत्तराखंड के स्वंय सहायता समूहों के होंगे, 69 स्टॉल व्यावसायिक श्रेणी के होंगे।
इस मेले में हस्तशिल्प, बांस उत्पाद, लकड़ी और धातु शिल्प, कपड़े, घरेलू सजावट, जैविक खाद्य पदार्थ, मसाले, औषधीय पौधों से बने उत्पाद आदि की बिक्री होगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि मेले को सुव्यवस्थित और आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे ताकि आगंतुकों और विक्रेताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मेले में पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था होगी ताकि वाहनों की आवाजाही सुचारू बनी रहे,शुद्ध पेयजल और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा,मेले के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि स्वच्छ और सुंदर माहौल बना रहे।
जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान और अन्य संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि जिले के प्रगतिशील किसानों, काश्तकारों और उद्यमियों को मेले में एक्सपोजर विजिट कराया जाए। इससे उन्हें नए उत्पादों, तकनीकों और व्यापारिक अवसरों के बारे में जानकारी मिलेगी।
मेले में आने वाले आगंतुकों को स्थानीय संस्कृति की झलक देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय लोक कलाकारों को मंच प्रदान कर उनके प्रदर्शन को बढ़ावा दिया जाएगा।
मेले में क्या होगा खास? देशभर के स्वंय सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री, उत्तराखंड के काश्तकारों और उद्यमियों का एक्सपोजर विजिट,स्थानीय लोक कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम,व्यापक सुरक्षा, स्वच्छता और अन्य सुविधाएं।
सरस आजीविका मेला स्वंय सहायता समूहों के लिए एक सुनहरा अवसर होगा, जहां वे अपने उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित और बाजार में स्थापित कर सकेंगे। इस मेले के माध्यम से हल्द्वानी के लोगों को देशभर के अनूठे उत्पाद खरीदने और स्थानीय संस्कृति का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।