रामनगर।हिन्दी न्यूज़ ,टाइगर के हमले में घायल गणेश के इलाज, मृतक प्रेम सिंह की पत्नी को नौकरी, ग्रामीणों पर दर्ज फर्जी मुकदमों की वापसी, जनता की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले कार्बेट रिजर्व के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने और हिंसक वन्यजीवों की संख्या सीमित करने जैसी मांगों को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा 2 मार्च को दिन में 11 बजे से वन चौकी, सांवल्दे पूर्वी में महापंचायत आयोजित की जाएगी।
संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने क्षेत्र के लोगों से महापंचायत में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वन्यजीवों के बढ़ते खतरे के बावजूद प्रशासन सुरक्षा के कोई ठोस उपाय नहीं कर रहा है, जिससे आम जनता को अपनी सुरक्षा के लिए आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
बैठक में तारा बेलवाल ने बताया कि टाइगर और लेपर्ड लगातार रिहायशी इलाकों में घूम रहे हैं, लेकिन वन विभाग की लापरवाही के चलते अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की तो ग्रामीणों को और बड़े आंदोलन का रुख अपनाना पड़ेगा।
महेश जोशी ने कहा कि कार्बेट प्रशासन को टाइगर को ट्रैंकुलाइज कर पकड़ने के आदेश मिले थे, लेकिन एक माह बीतने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस संबंध में रामनगर कोतवाली में तहरीर भी दी गई, लेकिन पुलिस प्रशासन कार्बेट रिजर्व के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से बच रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब कानून के समक्ष सभी लोग बराबर हैं, तो फिर अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही?
संयुक्त संघर्ष समिति ने मांग की है कि मृतकों के परिजनों को 25 लाख, घायलों को 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए और घायलों का सरकारी खर्च पर इलाज हो। इसके अलावा, टाइगर, लेपर्ड और जंगली सूअरों की अनियंत्रित संख्या को नियंत्रित करने के लिए संरक्षण नीति में बदलाव किया जाए ताकि इंसानों की जान की रक्षा हो सके।
महापंचायत को सफल बनाने के लिए समिति ने ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है। बैठक में आफरीन, नरगिस, सरस्वती जोशी, कौशल्या, ललिता रावत, रेहाना, धर्मवीर, विक्की बोहरा, भूवन आर्य, दीपू बुवानी, मुनीष कुमार, ईश्वर दत्त पाण्डेय, बलवीर सिंह समेत कई ग्रामीण मौजूद थे।