हल्द्वानी ,हिन्दी न्यूज़ ,शहर में बिजली उपभोक्ताओं के लिए डिजिटल युग की नई शुरुआत करते हुए मेयर गजराज सिंह बिष्ट ने आज अपने आवास पर निःशुल्क स्मार्ट मीटर लगवाया। उन्होंने अपने पुराने बिजली के मीटर को अपग्रेड कर इस पहल की शुरुआत की।
इस अवसर पर मेयर बिष्ट ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली बिलिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक होगी। उन्होंने कांग्रेस द्वारा स्मार्ट मीटरों के विरोध पर निशाना साधते हुए कहा,
“चोरी, बेईमानी और भ्रष्टाचार जिनकी फितरत हो, उनको सुशासन में असहज होना स्वाभाविक है।”
मेयर गजराज बिष्ट ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं को कई सुविधाएं मिलेंगी ,बजली खपत पर नजर: उपभोक्ता को मोबाइल ऐप उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे हर घंटे अपनी बिजली खपत देख पाएंगे।आनलाइन बिलिंग: मीटर की रीडिंग स्वतः बिलिंग सिस्टम में दर्ज होगी और उपभोक्ता तुरंत ऑनलाइन बिल प्राप्त कर सकेगा।गलत बिलिंग की समस्या समाप्त: पहले मैन्युअल रीडिंग के कारण गलत बिलिंग की शिकायतें आती थीं, लेकिन अब यह समस्या नहीं होगी।तत्काल खराबी की सूचना: यदि स्मार्ट मीटर में किसी भी प्रकार की त्रुटि होती है, तो इसकी सूचना संयुक्त कार्यदायी संस्था एवं उपकेंद्र को तुरंत मिल जाएगी, और मीटर तुरंत बदला जा सकेगा।बिजली कटौती की जानकारी: उपभोक्ताओं को क्षेत्र में होने वाली बिजली कटौती की सूचना मोबाइल ऐप पर पहले से ही मिल जाएगी।बिजली खपत पर नियंत्रण: उपभोक्ता घर से बाहर होने पर भी अपनी बिजली खपत पर नजर रख सकता है और आवश्यकतानुसार उसे नियंत्रित कर सकता है।उपखंड कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे: उपभोक्ताओं को अब गलत बिल सुधारने या खराब मीटर बदलवाने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
मेयर गजराज बिष्ट ने कहा कि नगर का प्रथम नागरिक होने के नाते सबसे पहले उन्हें ही यह पहल करनी चाहिए, जिससे जनता को प्रेरणा मिले। उन्होंने सभी नागरिकों से स्मार्ट मीटर अपनाने की अपील की और कहा कि यह कदम पारदर्शिता और उपभोक्ता सुविधा को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
इस अवसर पर नगर निगम और बिजली विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में हल्द्वानी के अन्य हिस्सों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे और उपभोक्ताओं को इसके लिए किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।
हल्द्वानी में स्मार्ट मीटर लगने से बिजली बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी, गलत बिलिंग की समस्या समाप्त होगी और उपभोक्ताओं को बिजली खपत पर बेहतर नियंत्रण मिलेगा। मेयर गजराज बिष्ट की यह पहल शहर में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।