रामनगर, हिन्दी न्यूज़ , वीरपुर लच्छी, महिला दिवस के अवसर पर महिला एकता मंच द्वारा साप्ताहिक कार्यक्रमों की कड़ी में ग्राम वीरपुर लच्छी में एक जनसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्राओं ने जनगीत एवं नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम को जीवंत बनाया।
सभा का संचालन करते हुए लक्ष्मी ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की आज़ादी और संघर्ष की विजय का प्रतीक है। खनन माफिया के खिलाफ संघर्ष से हमारी एकता और अधिक मजबूत हुई है।” उन्होंने सरकार से 8 मार्च को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग करते हुए कहा कि जब सभी धार्मिक त्योहारों पर अवकाश दिया जाता है, तो महिलाओं के संघर्ष के इस ऐतिहासिक दिन की अनदेखी क्यों की जा रही है?
समाजवादी लोक मंच के संयोजक मुनीष कुमार ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कानून महिलाओं के अधिकारों को बढ़ाने के बजाय राज्य की निगरानी को और मजबूत करता है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में यूसीसी के तहत विवाह, तलाक, जीवनसाथी की मृत्यु एवं लिव-इन रिलेशनशिप का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे आम नागरिकों, विशेषकर बुजुर्गों, को परेशानी होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग इस पंजीकरण से वंचित रहेंगे, वे वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, राशन और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो सकते हैं।
उपपा नेता प्रभात ध्यानी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अंकिता भंडारी हत्या मामले में पुलिस और भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा अब केवल एक ढकोसला बनकर रह गया है।”
धन्नो देवी ने बुक्सा जनजाति को सहयोग देने के लिए क्षेत्र के सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों का आभार व्यक्त किया।
सभा में सरस्वती जोशी, कौशल्या, नीलू रस्तोगी, शाहिस्ता अंसारी, धन्नो देवी, आसिफ सहित कई लोगों ने अपने विचार रखे।कार्यक्रम में देवी चौड़ा, पुछड़ी एवं वीरपुर लच्छी से सुनीता, मालती देवी, दीक्षा देवी, ममता देवी, चंपा देवी, धनु देवी, फूलों देवी, जयंतो देवी, कमल, प्रेमी, राधा, पलक, शैलोनी, विनीता, प्रीति, महक, माया सहित बड़ी संख्या में महिलाओं एवं अन्य नागरिकों ने भाग लिया।