लखनपुर (उत्तराखंड): हिन्दी न्यूज़, अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर महिला एकता मंच ने लखनपुर चौक पर धरना दिया और जुलूस निकाला। मंच की संयोजक ललिता रावत ने सभा का संचालन करते हुए कहा कि 18 सितंबर 2022 को अंकिता की हत्या कर दी गई थी। वह उत्तराखंड के पौड़ी जिले के वंनतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती थी। वहां वीआईपी के लिए विशेष सेवा देने का दबाव बनाया गया, लेकिन मना करने पर उसकी हत्या कर दी गई। आरोप है कि सरकार ने सबूत मिटाने के लिए अंकिता का कमरा बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
जनता को सड़कों पर उतरना होगा,प्रदर्शन में शामिल कौशल्या ने कहा कि सीबीआई जांच की मांग सोशल मीडिया तक सीमित रह गई है, जबकि जनता को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना चाहिए।
समाजवादी लोक मंच के मुनीश कुमार ने कहा कि अंकिता को जबरन विशेष सेवा के लिए बाध्य करने के पीछे भाजपा के एक बड़े नेता का नाम सामने आ रहा है। यही वजह है कि केंद्र और राज्य सरकार सीबीआई जांच से बच रही है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी जांच को अस्वीकार करना अपराधी तत्वों को और अधिक बल देगा।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी (उपपा) के प्रभात ध्यानी ने कहा कि धामी सरकार जनता की समस्याओं पर ध्यान देने के बजाय अपने तीन साल पूरे होने का जश्न मना रही है। राज्य में महिला अपराध बढ़ते जा रहे हैं, अस्पतालों में इलाज नहीं मिल रहा और जंगली जानवरों के हमले में लोग मारे जा रहे हैं।
‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ सिर्फ नारा बनकर रह गया,सरस्वती जोशी ने कहा कि सरकार की महिला विरोधी नीतियों के कारण महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है। कानून इतने कमजोर हैं कि शक्तिशाली लोग हमेशा बचकर निकल जाते हैं और आम जनता इंसाफ के लिए भटकती रहती है। भाजपा का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ नारा सिर्फ ढकोसला बनकर रह गया है।
सभा को तुलसी जोशी, जनकवि बल्ली सिंह चीमा, छिम्वाल, किरण आर्य, ललित उप्रेती, रोहित रोहिला, सुमित, पी.सी. जोशी, तारा बेलवाल आदि ने संबोधित किया।इस प्रदर्शन में भगवती नेगी, दुर्गा सैनी, सीमा तिवाड़ी, माया नेगी, रश्मी, दीपा आर्य, आफरीन, पुष्पा, लता, कमला, माया तिवाड़ी, रेनू सैनी, हर्षिता, भावना, मधू आर्य समेत सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया।