हल्द्वानी/भवाली।हिन्दी न्यूज़ जिलाधिकारी नैनीताल के निर्देशों के क्रम में गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने दो अलग-अलग क्षेत्रों में महत्वपूर्ण निरीक्षण कर कार्यों की समीक्षा की। एक ओर जहां हल्द्वानी क्षेत्र में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण की स्थिति का जायजा लिया गया, वहीं दूसरी ओर भवाली क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर स्थानीय जनों की शिकायतों के आधार पर निरीक्षण किया गया।
हल्द्वानी उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने राजस्व विभाग की टीम के साथ ग्राम चौंशला का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने सरकारी भूमि पर वर्तमान अतिक्रमण की स्थिति की जांच की और पूर्व में जारी अतिक्रमण हटाने के आदेशों का भौतिक सत्यापन किया। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि जिन 9 अतिक्रमणकर्ताओं को पहले नोटिस जारी किए गए थे, उनमें से 5 ने स्वयं ही अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है। इनमें एक निर्माण मस्जिद से सटा हुआ भी शामिल है।
एसडीएम राहुल शाह ने मौके पर ही सीमांकन को अद्यतन करने, अभिलेखों को सुव्यवस्थित करने तथा शेष अतिक्रमणों पर जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने पटवारी और लेखपाल को जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
निरीक्षण में तहसीलदार मनीषा बिष्ट, राजस्व निरीक्षक अशरफ अली तथा लेखपाल अनिता पांडे भी मौजूद रहीं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अवैध कब्जेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
उपजिलाधिकारी नैनीताल नवाजिस खालिक ने गुरुवार को अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग भवाली, अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई, स्थानीय जनप्रतिनिधियों व शिकायतकर्ताओं के साथ कसियालेख-सूपी-लोदगल्ला रोड का संयुक्त निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण कार्य में प्राइमर कोट की गुणवत्ता को लेकर आपत्ति जताई। शिकायत के अनुसार, सड़क की सतह पर धूल व मिट्टी को ठीक से हटाए बिना ही कोटिंग की जा रही थी, जिससे ब्लैक कोट की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती थी। यही कारण था कि मंगलवार को ग्रामीणों ने कार्य को रुकवा दिया था।
बाद में विभाग एवं ठेकेदार द्वारा सड़क की सतह को दोबारा साफ कर कोटिंग का कार्य दोहराया गया। उपजिलाधिकारी ने अधिकारियों और ठेकेदार को सख्त निर्देश दिए कि भविष्य में निर्माण कार्यों में निर्धारित मानकों का पूरी तरह से पालन किया जाए। विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए कि कोटिंग से पूर्व डस्टर व कंप्रेशन मशीन से सतह की सफाई अनिवार्य रूप से की जाए।
फिलहाल स्थानीय लोग सड़क निर्माण की मोटाई और गुणवत्ता को लेकर संतुष्ट नजर आ रहे हैं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि आगे कोई लापरवाही सामने आती है तो संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी
प्रशासन की सख्ती से सरकारी संपत्ति की रक्षा और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जगी है।