हल्द्वानी:हिंदी न्यूज़ ,नैनीताल जनपद की पुलिस ने एक महिला नर्स की आत्महत्या के मामले में महज कुछ ही दिनों में त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले का सफल अनावरण कर लिया है। आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने मृतका के दूर के रिश्तेदार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
बताते चलें कि कुछ दिन पूर्व हल्द्वानी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक निजी अस्पताल में कार्यरत महिला नर्स ने अपने निवास स्थान पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस दुखद घटना के बाद मृतका के परिजनों द्वारा थाना हल्द्वानी में दी गई तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने तत्काल मामले का संज्ञान लिया और जांच के लिए एक विशेष पुलिस टीम गठित करने के निर्देश दिए। यह टीम अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद्र व क्षेत्राधिकारी श्री नितिन लोहनी के पर्यवेक्षण तथा कोतवाली हल्द्वानी के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव के नेतृत्व में गठित की गई। विवेचना वरिष्ठ उपनिरीक्षक रोहताश सिंह सागर द्वारा की गई।
पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई, साथ ही मोबाइल फॉरेंसिक व अन्य तकनीकी माध्यमों से जांच को आगे बढ़ाया गया। जांच में यह तथ्य सामने आया कि मृतका का एक दूर का रिश्तेदार, मोहम्मद हारून (27 वर्ष), निवासी ग्राम मुनीमपुर, थाना ठाकुरद्वारा, जिला मुरादाबाद, पिछले 10–12 वर्षों से मृतका के संपर्क में था।
हालांकि मृतका की शादी तीन वर्ष पूर्व हो चुकी थी, लेकिन अभियुक्त लगातार उससे संपर्क में था और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। कई बार झगड़े और मारपीट की घटनाएं भी हुई थीं। इसके अलावा अभियुक्त द्वारा मृतका से ऑनलाइन रूप से पैसे भी लिए जाते थे और वह उस पर विवाह के लिए दबाव बना रहा था। इसी मानसिक तनाव के चलते मृतका ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया।
गहन जांच के बाद पुलिस टीम ने आज अभियुक्त मोहम्मद हारून को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश पारित किए गए।
इस मामले में तत्परता और सूझबूझ के साथ कार्य करने वाली पुलिस टीम में रोहताश सिंह सागर वरिष्ठ उप निरीक्षक, कोतवाली हल्द्वानी,महेंद्र प्रसाद उपनिरीक्षक, कोतवाली हल्द्वानी,आरक्षी अरविन्द कुमार SOG, हेड कांस्टेबल इशरार नबी सीसी टीवी तकनीकी टीम,आरक्षी संतोष बिष्ट सीसीटीवी तकनीकी टीम,आरक्षी कुंदन सिंह शामिल रहे।
गौरतलब है कि पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से न केवल मृतका के परिजनों को न्याय की उम्मीद जगी है, बल्कि समाज में यह संदेश भी गया है कि अपराध चाहे कोई भी हो, कानून से बच पाना संभव नहीं।