नैनीताल,हिंदी न्यूज । उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी “ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान के तहत नैनीताल जिला पुलिस ने नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ कड़ा प्रहार करते हुए एक और बड़ी सफलता हासिल की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के कड़े निर्देशों के अनुपालन में रामनगर पुलिस ने लाखो रुपए की गांजे की भारी खेप के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। बरामद गांजे की अनुमानित कीमत लगभग 17 लाख रुपये आंकी गई है।
बताते चले की पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी और क्षेत्राधिकारी रामनगर के कुशल पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रामनगर अरुण कुमार सैनी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने यह कार्रवाई की। गुप्त सूचना के आधार पर रामनगर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया, जिसके दौरान टैक्सी वाहन (पंजीकरण संख्या UK19TA 1172) की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान वाहन से 68.02 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया। इस वाहन को चला रहे दानिश पुत्र वाहिद हुसैन (उम्र 22 वर्ष), निवासी पूछड़ी टंकी के पास, रामनगर, जिला नैनीताल, को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार तस्कर के खिलाफ थाना रामनगर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पंजीकृत किया गया है। पुलिस ने बरामद गांजे को सील कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ में दानिश ने गांजे की तस्करी में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है, और पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य संदिग्धों की तलाश में जुट गई है।
इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार सैनी, वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोज नयाल, उप निरीक्षक गगनदीप सिंह, कांस्टेबल विपिन शर्मा और कांस्टेबल संदीप सिंह शामिल थे। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने इस उपलब्धि के लिए पुलिस टीम की सराहना की और कहा कि नशे के खिलाफ यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को नशा तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।”
“ड्रग्स फ्री देवभूमि” मिशन उत्तराखंड सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य युवाओं को नशे की लत से बचाना और समाज को नशा मुक्त बनाना है। इस अभियान के तहत नैनीताल पुलिस ने हाल के महीनों में कई बड़ी कार्रवाइयां की हैं, जिनमें भारी मात्रा में नशीले पदार्थों की बरामदगी और तस्करों की गिरफ्तारी शामिल है। यह ऑपरेशन इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने कहा, “नशा तस्करी समाज के लिए एक गंभीर खतरा है। हमारी पुलिस हर परिवार को अपना समझकर नशे के सौदागरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है। हमारा लक्ष्य उत्तराखंड को पूरी तरह नशा मुक्त बनाना है।” उन्होंने जनता से भी अपील की कि नशे से संबंधित किसी भी गतिविधि की सूचना पुलिस को दें, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके।
नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत गांजा तस्करी एक गंभीर अपराध है। 20 किलोग्राम से अधिक गांजा “कमर्शियल क्वांटिटी” के अंतर्गत आता है, जिसके लिए 10 से 20 साल तक की सजा और दो लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। इस मामले में बरामद 68.02 किलोग्राम गांजा इस श्रेणी में आता है, जिसके चलते अभियुक्त को कड़ी सजा का सामना करना पड़ सकता है।
पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि गांजे की आपूर्ति के स्रोत और इसके वितरण नेटवर्क का पता लगाया जा सके। साथ ही, रामनगर पुलिस अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है। यह कार्रवाई नशा तस्करों के लिए एक सख्त चेतावनी है कि उत्तराखंड पुलिस नशे के कारोबार को जड़ से उखाड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।नैनीताल पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल स्थानीय स्तर पर नशा तस्करी को झटका दिया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि “ड्रग्स फ्री देवभूमि” मिशन को सफल बनाने के लिए पुलिस पूरी तरह से कटिबद्ध है।