टिहरी गढ़वाल,हिंदी न्यूज ।उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग पर फकोट के पास ताछला में एक दुखद सड़क हादसा हुआ। कांवड़ भंडारा के लिए जा रहा एक ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया, जिसके परिणामस्वरूप 3 कांवड़ियों की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि 18 अन्य लोग घायल हो गए। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।
हादसा आज सुबह उस समय हुआ जब बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश से आए कांवड़ियों का एक समूह ऋषिकेश से गंगोत्री की ओर कांवड़ भंडारा के लिए जा रहा था। ट्रक, जिसमें 21 लोग सवार थे, फकोट और जाजल के बीच अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, तेज रफ्तार और संभवतः चालक का नियंत्रण खो देना इस हादसे का कारण हो सकता है। ट्रक के पलटने से कई यात्री नीचे दब गए, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही नरेंद्र नगर पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया SDRF, और स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। SDRF की टीम ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तत्काल ट्रक के मलबे से निकाला गया और प्राथमिक उपचार के लिए फकोट के स्थानीय अस्पताल में भेजा गया। गंभीर रूप से घायल कुछ यात्रियों को बेहतर इलाज के लिए AIIMS ऋषिकेश रेफर किया गया।बचाव कार्य के दौरान एक चार साल के बच्चे को सकुशल बचा लिया गया, जो इस दुखद घटना में एकमात्र सकारात्मक पहलू रहा। SDRF और स्थानीय लोगों की तत्परता ने कई और जिंदगियों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ट्रक में सवार 21 लोगों में से 18 घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों का इलाज फकोट के स्थानीय अस्पताल और AIIMS ऋषिकेश में चल रहा है। मृतकों की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन पुलिस ने बताया कि वे सभी बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश के निवासी थे। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और मृतकों के परिजनों को सूचित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
नरेंद्र नगर पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि ट्रक चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया जाएगा। इसके साथ ही, सड़क की स्थिति और हादसे के अन्य संभावित कारणों की भी जांच की जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने घायलों के इलाज और उनके परिजनों को सहायता प्रदान करने के लिए हर संभव कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
इस हादसे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “टिहरी गढ़वाल के फकोट में हुए इस दुखद हादसे से मन व्यथित है। प्रशासन को घायलों के त्वरित उपचार और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।” उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने भी इस हादसे पर दुख जताया है और राहत कार्यों में सहयोग करने की अपील की है।
यह हादसा एक बार फिर उत्तराखंड के पहाड़ी मार्गों पर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि संकरे रास्ते, तेज रफ्तार, और वाहनों की खराब स्थिति अक्सर ऐसे हादसों का कारण बनती है। कांवड़ यात्रा के दौरान भारी भीड़ और ट्रकों में क्षमता से अधिक यात्रियों के होने की समस्या भी इस हादसे को और गंभीर बनाती है।
प्रशासन ने इस हादसे के बाद सड़क सुरक्षा नियमों को और सख्त करने की बात कही है। साथ ही, कांवड़ यात्रा के दौरान वाहनों की जांच और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई जा रही है।यह हादसा न केवल कांवड़ियों के लिए, बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए एक दुखद घटना है, जिसने सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।