रिपोर्ट, मतलुब अहमद
हल्द्वानी,नगर निगम हल्द्वानी काठ गोदाम के मेयर पद के चुनाव को लेकर उठा विवाद अब न्यायालय के दरवाजे तक पहुंच चुका है। मेयर प्रत्याशी ललित जोशी द्वारा मतगणना में कथित अनियमितताओं को लेकर दायर याचिका को न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है। इस फैसले का स्वागत करते हुए हल्द्वानी की विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर पूरा विश्वास है और उन्हें उम्मीद है कि सत्य की जीत होगी।
विधायक सुमित हृदयेश ने अपने बयान में कहा,“सम्मानित न्यायालय द्वारा हमारे मेयर प्रत्याशी ललित जोशी की याचिका स्वीकार किए जाने पर हम न्यायालय के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। हमें न्यायिक प्रक्रिया और व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास है। मतपेटियों और कैंसिल हुए बैलेट में पाई गई विसंगतियों पर न्यायालय उचित संज्ञान लेकर सही निर्णय करेगा, इस पर हमें पूरा भरोसा है।”
बताते चलें की हल्द्वानी नगर निगम चुनाव के नतीजे आने के बाद ललित जोशी ने मतगणना को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मतगणना के दौरान कई गड़बड़ियां हुईं, जिससे चुनाव परिणाम प्रभावित हुआ। इसके अलावा, कई बैलेट पेपर कैंसिल किए जाने और मतपेटियों में विसंगतियां पाए जाने को लेकर भी सवाल उठे थे।
इन्हीं आरोपों को आधार बनाते हुए ललित जोशी ने न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिसे अब स्वीकार कर लिया गया है। इस मामले में आगे की सुनवाई जल्द होने की उम्मीद जताई जा रही है।
इस मामले ने नगर निगम चुनाव के नतीजों पर सियासी बहस को और तेज कर दिया है। ललित जोशी और उनके समर्थकों का कहना है कि न्यायालय का यह फैसला उनकी दलीलों को मजबूती प्रदान करता है। वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि न्यायालय इस मामले में गहराई से जांच के आदेश देता है, तो यह हल्द्वानी की राजनीति में बड़ा उलटफेर कर सकता है।
अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि न्यायालय इस मामले में आगे क्या रुख अपनाता है। क्या चुनाव परिणामों की समीक्षा होगी? क्या पुनर्मतगणना के आदेश दिए जाएंगे? या फिर चुनाव प्रक्रिया पर कोई और बड़ा फैसला आएगा? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएंगे।