मालधन,हिन्दी न्यूज़ मालधन क्षेत्र में शराब की दुकान खोले जाने के खिलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। महिला एकता मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में महिलाओं ने सोमवार को सरकारी अस्पताल से जुलूस निकालकर शराब की दुकान के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस दुकान को तत्काल बंद किया जाए।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने नारे बाजी करते हुए कहा कि उन्हें नशा नहीं, बल्कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। 42 से अधिक शिकायतें मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराने के बावजूद, अभी तक एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, मानकों के अनुसार चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति और 24 घंटे इमरजेंसी सुविधा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं की गई है।
महिला एकता मंच की संयोजिका ललिता रावत ने कहा, “सरकार महिला सशक्तिकरण और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती है, लेकिन असल में महिलाओं को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर रही है। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो हम अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगे।”
सभा का संचालन सरस्वती जोशी ने किया। उन्होंने कहा, “सरकार महिलाओं को लखपति दीदी बनाने की बात करती है, लेकिन यह केवल एक जुमला बनकर रह गया है। सरकार ने शराब से 5 हजार करोड़ रुपए राजस्व कमाने का लक्ष्य रखा है और इसके लिए युवा पीढ़ी को नशे में धकेला जा रहा है।”
भगवती आर्य ने कहा कि सरकार को शराब की दुकानें खोलने की बजाय स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा और रोजगार पर ध्यान देना चाहिए। विनीता टम्टा ने बताया कि इलाज के लिए स्थानीय लोगों को काशीपुर और रामनगर जाना पड़ता है, जिससे उनकी परेशानियां बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा, “हमारे युवा बेरोजगार हैं, सरकार को शराब बेचने की जगह उनके लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने चाहिए।”
पुष्पा चंदोला ने सरकार से मांग की कि वह मालधन की जनता को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करना बंद करे और शराब की दुकान को तत्काल बंद करने का आदेश जारी करे।
सभा को आनन्दी देवी, किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, तुलसी जोशी, पिंकी, किरन, ग्राम प्रधान रामपाल, समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार, बीडीसी सदस्य तनुजा आर्य, सरिता और इंदिरा आदि ने भी संबोधित किया। सभी ने एक सुर में कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
आंदोलन की आगामी रणनीति तय करने के लिए मालधन नं. 6 में 9 अप्रैल को दोपहर 2 बजे एक बैठक बुलाई गई है। पूजा ने ग्रामीणों से आह्वान किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में बैठक में शामिल होकर मालधन को नशे से बचाने की दिशा में अपना समर्थन दें।