♦गोपाल नगर से 6 अगस्त को जनसंपर्क अभियान की शुरुआत, ‘नशा नहीं, इलाज दो’ आंदोलन को तेज़ी
रामनगर । हिंदी न्यूज़ मालधन क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने और स्थानांतरित किए गए चिकित्सकों की वापसी या समकक्ष नियुक्ति की मांग को लेकर महिला एकता मंच ने मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में मंच द्वारा मालधन चंद्रनगर में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें आगामी 18 अगस्त को घोषित ‘मालधन बंद’ को सफल बनाने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में भगवती ने कहा कि, “मालधन क्षेत्र की जनता 2019 से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संघर्षरत है। इस संघर्ष के फलस्वरूप फीजिशियन डॉ. प्रशांत कौशिक और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना कौशिक, पैथोलॉजिस्ट और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति संभव हुई थी। लेकिन अब सरकार ने इन दोनों मुख्य चिकित्सकों का ट्रांसफर कर दिया है और नए डॉक्टरों की नियुक्ति करने की बजाय शराब की दुकान खोल दी है।”
मंच की सदस्य ममता ने इलाके में नशाखोरी की बढ़ती समस्या पर चिंता जताते हुए कहा, “सरकार द्वारा मई माह में शराब की नवसृजित दुकानों को बंद करने की घोषणा के बावजूद, मालधन गोपाल नगर में खोली गई शराब की दुकान अब तक बंद नहीं की गई है। इसके अलावा क्षेत्र में कच्ची और अवैध शराब की बिक्री भी धड़ल्ले से जारी है, जिससे समाज में बुरे असर देखने को मिल रहे हैं।”देवी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि, “गोपाल नगर की नई शराब की दुकान को तत्काल बंद किया जाए और अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए विशेष पुलिस टीम गठित की जाए।”
बैठक में निर्णय लिया गया कि 18 अगस्त को मालधन बंद को सफल बनाने के लिए बाजार, बैंक और शिक्षण संस्थानों को बंद करने की अपील की जाएगी। इसके लिए 6 अगस्त से दोपहर 2 बजे गोपाल नगर से जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की जाएगी।
बैठक में सरला देवी, पुष्पा, रेखा, ममता, कौशल्या, सरस्वती, जोशी, रजनी समेत दर्जनों महिलाओं ने भाग लिया और आंदोलन को व्यापक स्तर पर ले जाने का संकल्प लिया। और उनकी मुख्य मांगे जिसमें।डॉ. प्रशांत कौशिक और डॉ. अर्चना कौशिक का ट्रांसफर रद्द हो या समकक्ष डॉक्टरों की तैनाती की जाए।अस्पताल में सर्जन, निश्चेतक, रेडियोलॉजिस्ट और पर्याप्त पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति हो। एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और इमरजेंसी सेवाएं शीघ्र उपलब्ध कराई जाएं।गोपाल नगर की शराब की दुकान तत्काल बंद की जाए।क्षेत्र में कच्ची व अवैध शराब पर रोक लगाने के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित की जाए।
इस आंदोलन को लेकर ‘नशा नहीं, इलाज दो’ अभियान को और तेज़ करने की योजना बनाई गई है। महिला एकता मंच ने जनता से भी आह्वान किया है कि वे अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य और सामाजिक भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए 18 अगस्त को पूर्ण समर्थन और सहयोग प्रदान करें