नैनीताल । केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा ने हल्द्वानी में प्रेस वार्ता के दौरान केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और 100 दिन की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी । उन्होंने बताया कि इस अवधि में 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरुआत की गई है, जैसे अल्मोडा-बागेश्वर रोड का चौड़ीकरण और काठगोदाम से नैनीताल तक टू लेन का निर्माण तथा ज्योलीकोट से भवाली कैंची बाईपास होते हुए अल्मोड़ा से रानीखेत पांदु खोला होते हुए कृणप्रयाग तथा अल्मोड़ा से पनार तक तू लेने किया जाएगा । वहीं धारचूला से गुजी तक टू लेन किया जायेगा । लगभग उत्तराखंड की सभी एनएच रोड को टू लेन किया जाएगा।
टम्टा ने चारधाम परियोजना के अंतर्गत विभिन्न सड़कों के चौड़ीकरण की योजनाओं की भी जानकारी दी, जिनसे तीर्थ स्थलों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
सड़क परिवहन मंत्रालय ने प्रमुख हाई-स्पीड कॉरिडोर और रिंग रोड परियोजनाओं का कार्य शुरू किया है, जिससे यात्रा समय में कमी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी ।राष्ट्रीय राजमार्ग में एक लेन इंटरमीडिएट लेनसेदो लेंन चोडीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसमें लिपुलेख से माउंट कैलाश के दर्शन सुगम हो जाएंगे । चार धाम परियोजना के अंतर्गत केदारनाथ एवं यमुनोत्री को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग। चार धाम परियोजना के अंतर्गत चंपावत बाईपास दो लेन । व चार धाम परियोजना के अंतर्गत ऋषिकेश बाईपास चार लेन की स्वीकृति मिली है । इससे इन शहरों एवं चार धाम यात्रियों को यातायात भीड़भाड़ से राहत मिलेगी कार्य की स्वीकृति का लक्ष्य दिसंबर 2024 रखा गया है । चार धाम मार्ग पर हो रहे भूस्खलन क्षेत्र के मरम्मत का कार्य पूर्ण करने की अवधि 12 माह से 18 माह रखी गई है।
सड़क परिवहन मंत्रालय ने अपने 100 दिनों के कार्यकाल में आठ प्रमुख हाई स्पीड कॉरिडोर और रिंग रोड परियोजनाओं की शुरुआत की है । जिसमें आगरा ,ग्वालियर खरगपुर मोरे ग्राम थराड मेहसाणा अहमदाबाद ,अयोध्या रिंग रोड पाथलगाव, कानपुर रिंग रोड गुवाहाटी रिंग रोड नासिक फटा खेड एलिवेटेड कॉरिडोर शामिल है
इन परियोजनाओं से देश के विभिन्न हिस्सों में यात्रा समय में 50 से 60% तक की कमी आएगी इन परियोजनाओं से न केवल यात्रा को सुगम बनाया जाएगा बल्कि औद्योगिक और वाणिज्यिक कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी कर्नाटक उत्तराखंड उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बाईपास और सड़कों का विस्तार भी शामिल है।
इसके अलावा हाई स्पीड कॉरिडोर संचालन के लिए तैयार है तथा ग्लोबल नेवीगेशन सेटेलाइट सिस्टम के तहत बैरियर फ्री टोलिंग के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर दिया गया है ।और सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए कैशलेस उपचार योजना असम और चंडीगढ़ में पायलट रूप से लागू है । स्वचालित यातायात प्रबंधन प्रणाली को लागू किया गया है ।और अगले 5 वर्षों में सभी हाई स्पीड कॉरिडोर पर लागू करने की योजना है ।
श्री टम्टा ने कहा की इन सभी परियोजनाओं के माध्यम से केवल यात्रा के समय को ही नही कम कर रहे हैं। बल्कि रोजगार के लाखों अवसर भी प्रदान कर रहे हैं ।यह सब प्रधानमंत्री जी के नए भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। जिसका उद्देश्य कृषि बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण को मजबूत करना ।
पीएम किसान निधि की 17 वीं जिसके तहत 9.3 करोड़ से अधिक किसानों को रुपए 20 करोड़ वितरित किए गए हैं । खरीफ फसलों के MSP में बढ़ोतरी की गई है । जिससे किसानों को लगभग 2 लाख करोड़ मिलेंगे तथा खेती को आधुनिक बनाने के लिए डिजिटल कृषि मिशन की योजना बनाई गई है। नारी शक्ति के सशक्तिकरण के लिए महिला उद्यमियों के लिए मुद्रा लोन को 10 लाख से बढ़कर 20 लाख कर दिया गया है स्वास्थ्य क्षेत्र में भी में भी बड़ा कदम उठाते हुए मेडिकल सीटों की संख्या भी बढ़ा दी गई है । और तीन प्रमुख कैंसर दावों पर कस्टम ड्यूटी माफ कर दी गई है। सामाजिक कल्याण के लिए प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के तहत आदिवासी समुदायों में 5 करोड लोगों को सामाजिक आर्थिक स्थिति को सुधारने का लक्ष्य रखा । प्रधानमंत्री आवास योजना की सहायता से 3 करोड़ से अधिक नए घरों का निर्माण किया जाएगा । तथा कर मुक्त आय की सीमा बढ़ाकर 7 लाख कर दी गई है । यूनिफाइड पेंशन स्कीम के तहत 23 लाख केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 50% पेंशन की गारंटी दी गई है। और वन रैंक वन पेंशन योजना का पून निरीक्षण किया जायेगा। वह 70 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख सालाना स्वास्थ्य कवर मिलेगा। पीएम सूर्य घर योजना के तहत 3.5 लाख घरों में सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित की गई है