रिपोर्ट, मतलुब अहमद
हल्द्वानी। नगर निगम चुनाव से ठीक एक दिन पहले हल्द्वानी में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी ललित जोशी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ताधारी दल चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब का सहारा ले रही है। मामला तब तूल पकड़ा जब भाजपा के ओबीसी जिलाध्यक्ष की गाड़ी से राजपुरा क्षेत्र में दो पेटी शराब बरामद हुई।
इस घटना के बाद कांग्रेस प्रत्याशी ललित जोशी मौके पर पहुंचे और भाजपा की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा, “भाजपा दिन-रात सनातन धर्म की बात करती है और रात के अंधेरे में शराब बांटती है। क्या यही धर्म सिखाता है? गरीबों को नशे की ओर धकेला जा रहा है, जबकि जनता नशा नहीं, रोजगार चाहती है।” उन्होंने भाजपा पर पिछले 10 वर्षों में कोई ठोस कार्य न करने का आरोप लगाया और कहा कि अब भाजपा को चुनाव जीतने के लिए शराब और धनबल का सहारा लेना पड़ रहा है।
ललित जोशी ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए इसे “शर्मनाक चाल” करार दिया। उन्होंने कहा, “अगर भाजपा ने जनता के लिए काम किया होता, तो उसे इस तरह के हथकंडों की जरूरत नहीं पड़ती। भाजपा अब शराब के सहारे वोट मांग रही है, लेकिन जनता सब कुछ समझ चुकी है।”
जोशी ने यह भी आरोप लगाया कि घटना की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस प्रशासन दो घंटे देरी से मौके पर पहुंचा, जिससे यह साफ हो जाता है कि भाजपा सत्ता के दबाव का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने इसे कानून का मजाक बताते हुए कहा कि “यह घटना भाजपा की हार के डर को दर्शाती है। अब जाति और धर्म की राजनीति से कुछ हासिल नहीं हो रहा, तो शराब का सहारा लिया जा रहा है।”
शराब बरामदगी की घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। उन्होंने भाजपा पर चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस प्रत्याशी ललित जोशी ने कहा कि भाजपा की यह हरकत उनकी हताशा को दर्शाती है। उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने युवाओं के लिए कोई रोजगार नहीं दिया, यही कारण है कि अब शराब बांटकर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है।”उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यदि भाजपा के खिलाफ कठोर कदम नहीं उठाए गए तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।
‘भाजपा बैकफुट पर, बचाव में उतरी पार्टी “शराब बरामदगी की खबर सामने आने के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं में हलचल मच गई। पार्टी के प्रवक्ताओं ने इसे विपक्ष का चुनावी हथकंडा बताया और कहा कि यह भाजपा को बदनाम करने की साजिश है। भाजपा नेताओं ने स्पष्ट किया कि जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
शराब बरामदगी की घटना ने हल्द्वानी के चुनावी माहौल को गर्मा दिया है। इस मुद्दे को लेकर दोनों प्रमुख दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। इस घटना के बाद मतदाता भी सतर्क हो गए हैं और अब देखना होगा कि 23 जनवरी को होने वाले मतदान में जनता किसे अपना समर्थन देती है।
इस घटनाक्रम ने भाजपा को बैकफुट पर ला खड़ा किया है, जबकि कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बना लिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है और जनता भाजपा के इस कदम को किस नजरिए से देखती है।