हल्द्वानी,हिंदी न्यूज। नैनीताल जिले में फर्जी सोना गिरवी रखकर बैंकों से गोल्ड लोन लेने वाले एक संगठित गिरोह का एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के नेतृत्व में पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में दो अभियुक्तों, अखिलेश सिंह नेगी (37) और पवन सिंह फर्सवाण (24) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 111 ग्राम नकली सोने की चूड़ियां बरामद की हैं, जिन पर कूट रचित होलोग्राम अंकित थे।
बताते चलें कि हल्द्वानी, बनभूलपुरा और मुखानी थाना क्षेत्रों में बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक में कुछ लोगों द्वारा नकली सोना गिरवी रखकर गोल्ड लोन लिया गया। बैंक ऑडिट के दौरान आभूषणों के नकली होने का खुलासा हुआ, जिसके बाद बैंकों ने संबंधित थानों में मुकदमे दर्ज कराए। इन मुकदमों के आधार पर एसएसपी नैनीताल ने पुलिस अधीक्षक नगर प्रकाश चंद्र और पुलिस उपाधीक्षक नितिन लोहनी को संयुक्त पुलिस और एसओजी टीम गठित कर गिरोह का अनावरण करने के निर्देश दिए।
मुखबिर की सूचना पर प्रभारी निरी क्षक राजेश कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय पार्क, नैनीताल रोड से दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 6 जोड़ी (करीब 111 ग्राम) नकली सोने की चूड़ियां बरामद हुईं, जिनके नकली होने की पुष्टि जांच में हुई। अभियुक्तों के खिलाफ थाना हल्द्वानी में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों को माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनका गिरोह अल्मोड़ा और दिल्ली के कुछ लोगों के साथ मिलकर काम करता है। नकली सोना दिल्ली से सस्ते दामों पर लाया जाता है, जिस पर होलमार्क लगवाकर इसे असली जैसा बनाया जाता है। फिर इसे कम जांच करने वाले बैंकों में गिरवी रखकर लोन लिया जाता है। लोन की राशि को गिरोह के सदस्य आपस में बांट लेते हैं। अखिलेश सिंह नेगी ने विभिन्न बैंकों से 60-70 लाख रुपये के प्रॉपर्टी, व्हीकल और गोल्ड लोन लेने की बात कबूली है।
पुलिस पूर्व में दर्ज 6 फर्जी गोल्ड लोन मामलों में नामजद अभियुक्तों अजहर वारसी, जोया अहमद,तरुणभारद्वाज, हरजिंदर नरुला और मोहम्मद फिरोज की भी जांच कर रही है। साथ ही, बैंकों की सोने की गुणवत्ता जांच प्रक्रिया और बैंक कर्मियों की संभावित संलिप्तता की भी पड़ताल की जा रही है।
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस मे जिसमें प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव, एसओजी प्रभारी संजीत राठौड़, उप निरीक्षक अनिल कुमार, उप निरीक्षक. फिरोज आलम सहित अन्य शामिल थे, को एसएसपी नैनीताल द्वारा 2,500 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई है।
नैनीताल पुलिस का यह अभियान बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने वाले संगठित गिरोहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है