रिपोर्ट, मतलुब अहमद
हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्व विद्यालय का नवम दीक्षांत समारोह शुक्रवार को बड़े धूमधाम और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और शिक्षार्थियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है और यह राज्य के युवाओं के लिए शिक्षा का एक प्रभावशाली माध्यम बन चुका है।और उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय ने व्यावसायिक तकनीकी और कौशल आधारित पाठ्यक्रमो पर विशेष ध्यान दिया है। यह पहल आत्मनिर्भर भारत के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण है। और उन्होंने ने कहा कि विश्वविद्यालय स्वयं पोर्टल के माध्यम से भी अनेक कोर्स चला रहा है। मैं इन सभी प्रयासों के लिए विश्व विधालय की सरहाना करता हूँ।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओमप्रकाश सिंह नेगी ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और शिक्षा के क्षेत्र में हुए विकास कार्यों की जानकारी दी। और उन्होंने आगे कहा कि विगत वर्ष ही उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को दिव्यांगजनो के सशक्तिकरण के लिये राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त हुआ था। विश्वविद्यालय को प्रथम प्रयास में ही राष्ट्रीय मूल्यांकन व प्रत्याय परिषद (NAAC) द्वारा B++ग्रेड प्राप्त हुआ।इस दौरान विभिन्न पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
वहीं इस शुभ अवसर पर डा० रंजीत कुमार सिन्हा आईएएस, ने सभी का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज आपने अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण पडाव पार कर लिया है।दीक्षांत के बाद आप सभी अपने जिवन के एक नये पडाव की ओर अग्रसर होगे।
समारोह में विशेष अतिथि के रूप में अनेक शिक्षाविद्, सरकारी अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।इस अवसर पर विश्वविद्यालय ने डिजिटल शिक्षा के नए प्रयासों की घोषणा भी की, जिससे विद्यार्थियों को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। समारोह का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।