रिपोर्ट, मतलुब अहमद
हल्द्वानी,उत्तराखंड में बिगड़ती कानून व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द्र पर संकट को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश सरकार पर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने और प्रशासनिक विफलता के गंभीर आरोप लगाए।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट गोविंद सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। हाल ही में भाजपा के पूर्व विधायक और निर्दलीय विधायक द्वारा किए गए विवादित कृत्य और ऋषिकेश नगर निगम चुनाव के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा गढ़वाली समुदाय पर की गई अभद्र टिप्पणी प्रदेश की सामाजिक समरसता पर गहरा आघात है।उन्होंने कहा कि “भाजपा सरकार के संरक्षण में असामाजिक तत्व समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस ऐसे कृत्यों की कड़ी निंदा करती है और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेगी।”
कांग्रेसियों ने भाजपा पर लगाये ये आरोप और कहा की भाजपा शासन में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।भाजपा नेताओं द्वारा समाज को बांटने के प्रयास किए जा रहे हैं।गढ़ वाली समुदाय पर की गई टिप्पणी सामाजिक सद्भाव के खिलाफ है।प्रदेश में अराजकता और असहिष्णुता बढ़ रही है।
इस दौरान कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे, जिनमें पूर्व महानगर अध्यक्ष हरीश मेहता, पूर्व चेयरमैन हेमन्त बगडवाल, वरिष्ठ कांग्रेसी प्रकाश पांडे, पूर्व मंत्री सुहैल सिद्दीकी, जिला उपाध्यक्ष बहादुर सिंह बिष्ट और दीप चंद्र पाठक शामिल थे।
इसके अलावा पार्षद मुकुल बलुटिया, गोविंद बगडवाल, मोहम्मद गुफरान, महिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष कमला सनवाल समेत कई अन्य कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
कांग्रेस नेताओं ने साफ कहा कि अगर सरकार जल्द ही सांप्रदायिक तनाव और अलोकतांत्रिक गतिविधियों पर रोक नहीं लगाती, तो पार्टी बड़े जन आंदोलन का रास्ता अपनाने से पीछे नहीं हटेगी।