देहरादून, हिंदी न्यूज़ ,उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित कर राज्य की कानून-व्यवस्था, सड़कों की स्थिति, सेवा पखवाड़ा और अन्य जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों की गहन समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जनता को सुगम, सुरक्षित और पारदर्शी व्यवस्था प्रदान करने को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए।
मुख्यमंत्री धामी ने कानून-व्यवस्था को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राज्य में शांति और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इसके लिए उन्होंने निर्देश दिए जिसमें सभी संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नियमित और प्रभावी निगरानी सुनिश्चित की जाए। राज्य की सीमाओं पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए ताकि अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। रात्रिकालीन पुलिस गश्त को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ और अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा।
मानसून के बाद सड़कों की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ने विशेष ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि बरसात के कारण खराब हुई सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए तत्काल विशेष अभियान शुरू किया जाए। इसके लिए सड़कों के सुधारीकरण और गड्ढा मुक्त करने की निविदा प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण किया जाए। सड़कों की मरम्मत और रखरखाव के लिए समयबद्ध कार्ययोजना बनाई जाए। गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए कार्यों की नियमित निगरानी की जाए। मुख्यमंत्री ने स्वयं सड़क मार्ग से विभिन्न जनपदों का दौरा करने और सड़कों की स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण करने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से लेकर गांधी जयंती 2 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इस दौरान सभी जनपदों में सेवा, जनजागरूकता और जनहित से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निम्नलिखित निर्देश दिए इन कार्यक्रमों को समयबद्ध और प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। सेवा पखवाड़ा के तहत जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान और जागरूकता अभियान पर विशेष ध्यान दिया जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं विभिन्न जनपदों का दौरा कर इन कार्यक्रमों की प्रगति और व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे।
♦रेत मिश्रित नमक की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई
बैठक के दौरान रेत मिश्रित नमक से संबंधित शिकायत को मुख्यमंत्री ने अत्यंत गंभीरता से लिया। उन्होंने तत्काल नमूना लेकर जांच करने के निर्देश दिए और स्पष्ट किया कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पारदर्शिता और त्वरित कार्रवाई को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।
बैठक में मुख्य सचिव श्री आर.के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली, पुलिस महानिदेशक श्दीपम सेठ, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते और अपर सचिव श्री बंशीधर तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने बैठक के अंत में अधिकारियों को जनता के हित में कार्य करने और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को एक सुरक्षित, सुगम और समृद्ध राज्य बनाना है, और इसके लिए सभी विभागों को मिलकर कार्य करना होगा।