हल्द्वानी।हिंदी न्यूज़ आयुक्त/सचिव माननीय मुख्यमंत्री दीपक रावत ने शुक्रवार को हल्द्वानी के विभिन्न संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गौला पुल, रेलवे फाटक और मानसून से पूर्व किए जा रहे सुरक्षा कार्यों की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण में स्थानीय विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, सिंचाई, लोनिवि, एनएचएआई, रेलवे और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
आयुक्त ने संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी सुरक्षा एवं निर्माण कार्यों को मानसून से पूर्व हर हाल में पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी को गंभीरता से लिया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर और सक्षम अधिकारी की अनुपस्थिति पर आयुक्त ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने इसे गैर-जिम्मेदाराना रवैया बताते हुए संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया।
गौला पुल पर एनएचएआई द्वारा बाढ़ सुरक्षा के तहत चेकडैम और एप्रोच दीवार का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन इस पर सिंचाई विभाग ने आपत्ति जताई है। सिंचाई विभाग का कहना है कि चेकडैम के निर्माण से नदी की जलधारा अवरुद्ध हो सकती है, जिससे हल्द्वानी को जोड़ने वाली प्रस्तावित सड़क और एप्रोच दीवार को नुकसान पहुंच सकता है। इस मुद्दे पर आयुक्त दीपक रावत ने आश्वासन दिया कि एनएचएआई, सिंचाई और लोनिवि विभाग के साथ शीघ्र ही एक संयुक्त बैठक कर समाधान निकाला जाएगा।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पुल की ऊपरी सतह पर नदी के चैनलाइजेशन का कार्य किया जाए, जिससे नदी का प्रवाह बीच में बना रहे और किनारों पर कटाव न हो। आयुक्त ने इसे सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक बताया।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने तीनपानी ओवरब्रिज के पास रेलवे फाटक के निकट बंद किए गए अंडरपास का भी जायजा लिया। स्थानीय लोगों, विशेष रूप से हाथीखाल क्षेत्र के किसानों ने उन्हें अवगत कराया कि अंडरपास के बंद होने से लगभग 400 किसानों को रोजाना 5 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है, जिससे आवागमन में भारी दिक्कतें हो रही हैं। रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी कि अंडरपास पूर्व में स्वीकृत था, लेकिन एनएचएआई द्वारा डिज़ाइन में परिवर्तन के चलते इसे बंद कर दिया गया। इस पर आयुक्त ने कहा कि इस विषय पर एनएचएआई और रेलवे के अधिकारियों के साथ जल्द बैठक की जाएगी ताकि स्थानीय लोगों की परेशानी का समाधान निकल सके।
निरीक्षण में विधायक लालकुआं डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, प्रभागीय वन अधिकारी हिमांशु बांगरी, मुख्य अभियंता सिंचाई संजय शुक्ल, मुख्य अभियंता लोनिवि पी.एस. बृजवाल,उपजिलाधिकारी राहुल साह समेत सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।