नैनीताल। हिंदी न्यूज़ ,समाजवादी लोक मंच ने नैनीताल में नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म की कड़ी निंदा करते हुए आरोपी के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और उसे सख्त सजा देने की मांग की है। इसके साथ ही मंच ने घटना के बाद एक अल्पसंख्यक समुदाय की दुकान पर भीड़ द्वारा किए गए हमले को बेहद निंदनीय करार दिया है।
समाजवादी लोक मंच के संयोजक मुनीष कुमार ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि कुछ लोग जो खुद को हिंदू धर्म का ठेकेदार समझते हैं, वे समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रही यौन हिंसा की घटनाओं पर अपनी संकीर्ण सोच थोप रहे हैं और इस संघर्ष को ग़लत दिशा में मोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बलात्कार जैसे जघन्य अपराध का धर्म से कोई संबंध नहीं होता, लेकिन दुर्भाग्यवश अब इस मुद्दे का भी सांप्रदायिकरण किया जा रहा है।
मुनीष कुमार ने कहा, “आज देश में हर 15 मिनट में एक महिला के साथ बलात्कार होता है। हर तीन में से एक महिला अपने ही घर में यौन व शारीरिक हिंसा का शिकार होती है। फिर चाहे आरोपी किसी भी धर्म से क्यों न हो, उसे सजा मिलनी चाहिए। परंतु हाल ही में जब सल्ट और लालकुआं में दुष्कर्म के आरोप भाजपा नेताओं पर लगे, तब कुछ हिंदूवादी संगठनों ने उनके पक्ष में रैली निकाल कर न्याय प्रक्रिया का मज़ाक उड़ाया।”
उन्होंने नैनीताल मामले में पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए और कहा कि आरोपी के घर पर बुल्डोजर की कार्रवाई का नोटिस चिपकाना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि संविधान और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के भी खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कानून का काम न्याय देना है, न कि भीड़ की भावना से प्रभावित होकर घर तोड़ना।
मंच ने अल्पसंख्यक समुदाय की दुकान पर हमले को अराजकता करार देते हुए जिम्मेदार उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। मंच का कहना है कि अगर पुलिस प्रशासन इस तरह की घटनाओं पर लगाम नहीं लगाएगा, तो सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था दोनों खतरे में पड़ जाएंगे।
मुनीष कुमार ने अंत में कहा कि समाज को यौन हिंसा के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए, न कि उसे धर्म के चश्मे से देखकर न्याय की मूल भावना को ही खंडित कर देना चाहिए।