हल्द्वानी: हिंदी न्यूज। नैनीताल जिले के टांडा जंगल में हुए सनसनीखेज हत्याकांड का हल्द्वानी पुलिस ने खुलासा कर लिया है। मृतक भोगेन्द्र सिंह चौहान की हत्या के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले को सुलझाया और हत्या में प्रयुक्त हथियार को भी बरामद कर लिया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) नगर हल्द्वानी प्रकाश चन्द्र ने इस मामले का खुलासा करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी घटना की जानकारी दी।
बताते चलें कि 11 जून कोतवाली हल्द्वानी पुलिस को सूचना मिली कि टांडा जंगल में रेलवे फाटक से लगभग एक किलोमीटर अंदर एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। सूचना पर कोतवाली हल्द्वानी के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव का निरीक्षण किया। शव पर सिर पर गहरी चोट के निशान पाए गए, जिससे हत्या की आशंका प्रबल हो गई।पुलिस ने शव की शिनाख्त के लिए व्यापक प्रयास शुरू किए। स्थानीय स्तर पर पूछताछ और प्रचार-प्रसार के बाद मृतक के पुत्र करन चौहान ने हल्द्वानी मोर्चरी पहुंचकर शव की शिनाख्त अपने पिता भोगेन्द्र सिंह चौहान के रूप में की। भोगेन्द्र सिंह चौहान मूल रूप से गढ़मुक्तेश्वर, जिला हापुड़ (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले थे और वर्तमान में रुद्रपुर, जिला उधमसिंह नगर की कृष्णा ग्रीन्स कॉलोनी में रह रहे थे।करन चौहान ने कोतवाली हल्द्वानी में तहरीर देकर बताया कि उनके पिता की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या की गई है। इसके आधार पर कोतवाली हल्द्वानी में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक नगर हल्द्वानी प्रकाश चन्द्र और क्षेत्राधिकारी (सीओ) हल्द्वानी नितिन लोहनी को घटना के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सख्त निर्देश दिए। प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ शुरू की। मुखबिरों की सूचना और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों को जुतियालखत्ता, टांडा जंगल, गुलरभोज रोड पर नदिया धाम मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों के नाम बालम सिंह बिष्ट, पुत्र आनंद सिंह बिष्ट, निवासी वार्ड नंबर 37, बिठौरिया नंबर 02, भारत गैस गोदाम के सामने, हरिपुर सील, थाना मुखानी, जिला नैनीताल, उम्र 50 वर्ष।हरीश सिंह नेगी, पुत्र राम सिंह, निवासी सालम कॉलोनी, पनियाली, थाना मुखानी, जिला नैनीताल, उम्र 40 वर्ष।उमेश सिंह बोरा उर्फ अनिया, पुत्र बहादुर सिंह बोरा, निवासी बजूनिया हल्दू, कठघरिया, थाना मुखानी, जिला नैनीताल, उम्र 32 वर्ष के निवासी बताए जा रहे हैं।
पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी बालम सिंह बिष्ट ने बताया कि उसका मृतक भोगेन्द्र सिंह चौहान के साथ पैसे का लेन-देन था। भोगेन्द्र द्वारा बार-बार पैसे वापस मांगने से परेशान होकर बालम ने हत्या की साजिश रची। उसने अपने साथियों हरीश सिंह नेगी और उमेश सिंह बोरा को पैसे का लालच देकर इस हत्या को अंजाम दिया।आरोपियों ने भोगेन्द्र को पैसे देने के बहाने टांडा जंगल में बुलाया और वहां लकड़ी के डंडे से उनके सिर पर वार कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा और अन्य साक्ष्य बरामद कर लिए हैं।
पुलिस टीम में राजेश कुमार यादव, प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली हल्द्वानी वरिष्ठ उपनिरीक्षक महेंद्र प्रसाद, कोतवाली हल्द्वानी उपनिरीक्षक मनोज कुमार, चौकी प्रभारी टीपीनगर हेड कांस्टेबल इसरार नबी, सीसीटीवी तकनीकी टीम हेड कांस्टेबल दिगंबर सनवाल, कोतवाली हल्द्वानी कांस्टेबल धीरेंद्र सिंह अधिकारी, कोतवाली हल्द्वानी कांस्टेबल दिनेश नगरकोटी, कोतवाली हल्द्वानी कांस्टेबल अनिल टम्टा, कोतवाली हल्द्वानी कांस्टेबल अनिल गिरी, कोतवाली हल्द्वानी कांस्टेबल प्रदीप सिंह, शामिल रहे
एसपी सिटी प्रकाश चन्द्र ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की। सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य, और मुखबिरों की सूचना के आधार पर आरोपियों को पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि नैनीताल पुलिस अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
टांडा जंगल में हुई इस हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। स्थानीय लोगों में डर और अनिश्चितता का माहौल था, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई से लोगों में राहत की सांस ली है। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्षेत्र में गश्त और निगरानी बढ़ाई जाएगी।
गौरतलब है कि हल्द्वानी पुलिस की इस सफलता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचना मुश्किल है। इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और मामले की आगे की जांच जारी है। पुलिस ने मृतक के परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया है।